कब्ज Kabj शब्द छोटा जरूर है , लेकिन साधारण रूप से होने वाली यह समस्या गंभीर परिणाम की वजह बन सकती है। मलत्याग के लिए यदि जोर लगाना पड़त...
कब्ज Kabj शब्द छोटा जरूर है , लेकिन साधारण रूप से होने वाली यह समस्या गंभीर परिणाम की वजह बन सकती है। मलत्याग के लिए यदि जोर लगाना पड़ता है या बहुत देर तक बैठना पड़ता है तो यह कब्ज है।
प्राकृतिक रूप से पेट साफ होने में तीन चार मिनट से अधिक समय नहीं लगना चाहिए , ना ही ताकत लगनी चाहिए और ना ही किसी प्रकार की तकलीफ होनी चाहिए ।
ध्यान नहीं रखने के कारण यह प्रक्रिया दुखदायी और समय ख़राब करने वाली बन जाती है। इसके अलावा कब्ज के नुकसान दायक प्रभाव शरीर में नजर आने लगते हैं। अतः Kabji ना हो इसके उपाय जीवन में ढाल लेने चाहिए।
कब्ज होने के कारण – Constipation Reasons
— कब्ज kabj का मुख्य कारण गलत प्रकार का खाना और शारीरिक गतिविधि का कम होना होता है। पिज़ा, बर्गर , कचोरी ,समोसे , चोकलेट ,आइसक्रीम , शराब , डिब्बा बंद आहार ( packaged food ) आदि भोजन में रेशे की कम मात्रा समस्या का कारण बन जाती है।
ऐसा खाना पचाने के लिए दाँत से लेकर आँत तक अधिक भार पड़ता है। जिसका परिणाम Kabj के रूप में सामने आता है ।
— आवश्यकता से अधिक मात्रा में खाना खाने से भी पाचन पर जोर पड़ता है। यह kabji होने का कारण बनता है।
— प्रेशर बनने पर भी मलत्याग के लिए नहीं जाने से मल सूख कर कड़ा हो जाता है जो Kabji का एक कारण बन जाता है।
— कुछ एंटी बायोटिक दवाएँ कब्जी पैदा कर सकती है।
— स्मोकिंग यानि बीड़ी , सिगरेट आदि का उपयोग करने से कब्जी रहने लगती है।
— मेंटल टेंशन जैसे चिंता , गुस्सा , शोक आदि भी कब्ज पैदा कर सकते है।
— पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीने से कब्ज हो जाती है। क्लीक करें और पढ़ें – पानी कितना पीना चाहिए ।
कब्ज के नुकसान – Constipation effects
सुबह समय से पेट साफ होने से दिन भर चुस्ती फुर्ती रहती है और मन प्रसन्न रहता है। यदि पेट साफ ना हुआ हो तो दिन भर आलस्य और सुस्ती बनी रहती है।
कब्ज ज्यादा समय तक बनी रहे तो इसके दूसरे गंभीर दुष्परिणाम सामने आने लगते है। जिसमे आलस , उदासीनता के अलावा गैस , पेटदर्द , बवासीर Piles , सिर में दर्द , थकान , भूख नही लगना , एसिडिटी , मुंह में छाले हो सकते है।
लंबे समय तक कब्ज के कारण अग्नाशय Pancreas प्रभावित हो सकती है और डायबिटीज जैसी परेशानी पैदा हो सकती है। अतः जल्द से जल्द Kabji को मिटाने के उपाय करने चाहिए। यह बहुत मुश्किल भी नहीं है।
कब्ज के घरेलु उपाय और नुस्खे – Kabj ke gharelu Nuskhe , Upay
कब्ज के लिए कुछ लोग रोज दवा या चूर्ण आदि लेते है। जिसकी आदत हो जाती है , जो ठीक नहीं होती है। रोजाना दवा खाने के बजाय प्राकृतिक उपाय करने से यह परेशानी आसानी से दूर हो सकती है। अग्निसार क्रिया के अभ्यास से आंतो को क्रियाशील बना कर कब्ज मिटा सकते है ।
इससे प्राकृतिक रूप से पेट साफ होकर Kabj ठीक होती है। इसके अलावा यहाँ बताये कब्ज के घरेलु नुस्खे व उपचार ( kabj ke gharelu upchar ) का उपयोग करके कब्ज से मुक्ति पाई जा सकती है।
— कब्ज kabj के लिए नियमित अग्निसार क्रिया करनी चाहिए इससे पेट जल्दी साफ होता है।
ये इस प्रकार करते है :-
पैरों को दो फीट के फासले पर रखकर खड़े हो ,अब घुटनों को मोड़ते हुए नीचे हो और दोनों हाथ घुटनों पर टिका दें।पीठ सीधी होनी चाहिए।
अब पूरी साँस बाहर निकालकर साँस रोककर पेट को अंदर खींचें , फिर ढीला छोड़े फिर खींचे फिर छोड़े इस तरह जितनी देर साँस रोक सके उतना करे , फिर सीधे खड़े हो जाएँ। चार पांच बार नोर्मल साँस लेकर ये क्रिया फिर दोहराएँ।
ऐसा तीन चार बार करें फिर शौच के लिए बैठे। इससे पेट साफ होकर कब्ज से राहत मिलेगी और कब्ज हमेशा के लिए ठीक होगी।
— सुबह उठते ही तीन चार गिलास पानी पीयें और पेट पर थोड़ी देर हाथ फेरें । फिर जाएँ ।
— भोजन के साथ सलाद के रूप में कच्ची गाजर , मूली , हरी ककड़ी , प्याज , पत्ता गोभी आदि बारीक काटकर सेवन करना चाहिए ताकि भरपूर रेशे मिलें और kabj ना होने पाए।
— सोने से पहले भीगी हुई किशमिश खाने से कब्ज ठीक हो जाती है। किशमिश को चार पाँच घंटे पानी में भिगोंना चाहिए।
— छोटी हरड़ को पीस कर चूर्ण बन लें। ये चूर्ण आधा चम्मच रात को सोते समय गुनगुने पानी से फांक लें। आवश्यकता के अनुसार मात्रा कम या ज्यादा कर कर सकते है।
— शाम का भोजन हल्का आसानी से पचने वाला लेना चाहिए। रात को गरिष्ठ भोजन हजम नहीं हो पाता इससे kabji हो जाती है।
— फलों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के रेशे पर्याप्त मात्रा होते है जो पेट साफ करते है। विशेषकर नाशपती ( Pear ) और बील कब्ज दूर करने के लिए अवश्य खाने चाहिए। इसके अलावा पपीता आम और अनार आदि भी फायदा करते है ।
— त्रिफला चूर्ण एक चम्मच रात को सोते समय गरम पानी के साथ लेने से कब्ज से छुटकारा मिल जाता है। त्रिफला चूर्ण बना बनाया बाजार में भी मिलता है , या आप पंसारी से हरड, बहेड़ा व आंवला समान मात्रा में लाकर पीसकर भी बना सकते है।
— पांच चम्मच मुलहठी का चूर्ण , एक चम्मच सोंठ का चूर्ण व दो चम्मच गुलाब के सूखे फूल तीनो चीजें एक गिलास पानी में डालकर उबालें। जब आधा रह जाये तो छान कर ठंडा होने दें। ऱात को सोते समय इसे पियें। सुबह पेट आराम से साफ होगा , इससे आंव भी ठीक होती है। kabj में भी आराम मिलता है।
— त्रिफला चूर्ण- 2 चम्मच , अजवाइन – 2 चम्मच तथा सेंधा नमक – 2 चम्मच मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लें। ये चूर्ण रात को आधी से एक चम्मच गरम पानी के साथ कुछ दिन लेने से पुरानी कब्ज भी ठीक हो जाती है।
— ईसबगोल भूसी Isabgol रात को गरम पानी या दूध के साथ लेने से कब्ज ठीक हो जाती है। मात्रा जरुरत के हिसाब से एक से तीन चम्मच ली जा सकती है।
— एक कप गरम दूध में दो चम्मच अरण्डी का तेल मिलाकर लेने से सुबह पेट साफ हो जाता है।
— सुबह शाम एक चम्मच गुलकंद खाने से पेट अच्छे से साफ होकर कब्ज ठीक होती है।
— अंजीर को रात को पानी में भिगो दें। रोजाना कुछ दिन सुबह ये भीगी अंजीर खाने से भी कब्ज में आराम मिलता है।
— एक निश्चित समय पर जाने की आदत बना लेनी चाहिए। इससे उसी समय प्रेशर बनेगा और जाने पर तुरंत पेट साफ होगा।
— सप्ताह में एक व्रत या उपवास अवश्य करना चाहिए। इससे डाइजेशन सुधरता है , कब्ज दूर होती है।