छोटी छोटी परेशानियां जीवन का हिस्सा हैं। कई बार ऐसी परेशानी आ जाती है जो बहुत छोटी होती है लेकिन दिमाग में उथल पुथल मचाकर रख देती है। ...
छोटी छोटी परेशानियां जीवन का हिस्सा हैं। कई बार ऐसी परेशानी आ जाती है जो बहुत छोटी होती है लेकिन दिमाग में उथल पुथल मचाकर रख देती है। इन परेशानियों के लिए डॉक्टर के पास जाना भी अटपटा सा लगता है।
जैसे नहाते समय कान में पानी चला जाये, गले में बाल अटक जाये , कांटा नहीं निकल रहा हो , गुस्सा बहुत आता हो आदि। समझ नहीं आता ऐसे में क्या करें।
जानिए कुछ इसी प्रकार की छोटी छोटी परेशानी के घरेलू नुस्खे :
पेट में बाल चला जाए – Pet me bal
कई बार गलती से भोजन के साथ या किसी और तरीके से बाल या कांटा पेट में चला जाता है। कभी कभी बाल गले में चिपका हुआ नजर भी आता है। जो कोशिश करने पर भी नहीं निकलता।
यदि पेट में बाल चला जाये तो अनानास Pineapple के टुकड़े पर काली मिर्च और सेंधा नमक लगाकर खाएं। इससे पेट में गया हुआ बाल या कांटा पेट मे ही गल जाता है।
यदि गले में बाल अटक गया है तो केला खाएं। इससे अटका हुआ बाल निकल जाता है।
पैर में कांटा नहीं निकल रहा – Per me kanta
थोड़ा सा गुड़ (Jaggery ) पिघला लें। इसमें थोड़ी सी पिसी हुई अजवाइन मिला दें। हल्का गर्म हो तब कांटा चुभने वाली जगह पर बांध दें। कांटा अपने आप निकल जाएगा।
कान में पानी चला जाये – Kan me pani
कभी कभी नहाते वक्त या स्विमिंग करते समय कान में पानी चला जाता है। पता चलता है की कान में पानी है लेकिन तौलिये या कपडे से कितना भी साफ करें पानी नहीं निकलता। कान बंद सा हो जाता है। इसका एक आसान और कारगर उपाय यह है :-
— जिस तरफ के कान में पानी गया है उसके दूसरी तरह के एक पैर पर खड़े हो जाएँ। दूसरा पैर घुटने से मोड़ लें।
— जिस कान में पानी गया है गर्दन को उस तरफ जितना हो सके झुका लें। जैसे कान से पानी उड़ेल रहे हों।
— अब पाँच -छः बार थोड़ा जम्प करके कूदें ,एक पैर पर जैसे रस्सी कूदते समय जम्प करते है।
— ध्यान रखें जम्प गीले स्थान पर ना करें। यह बाथरूम से बाहर ही करें।
— ऐसा करने से कान में रुका हुआ पानी निकल जाता है।
— एक बार में पानी ना निकले तो एक बार फिर इसी प्रकार प्रयास करें।
चोट लगी हो – सूजन हो – दर्द हो – Soojan , Dard
चोट के कारण सूजन आई हो तो पिसी हल्दी और चूना मिलाकर लगाने से दर्द में बहुत आराम मिलता है। सूजन ठीक होती है।
एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर तीन चार बार उबालें। ये दूध पीने से अंदरूनी चोट ,दर्द और सूजन मिटती है। सुबह और शाम को तीन दिन लेना चाहिए।
पिसा हुआ सेंधा नमक गर्म करके इसकी पोटली बनाकर सिकाई करने से सूजन ,अकड़न और दर्द में आराम मिलता है।
हकलाना – Stammer
दो चम्मच सौंफ कूटकर एक गिलास पानी में उबालें। एक तिहाई रह जाए तब छान लें। ये पानी एक गिलास गाय के दूध में मिला दें। इसमें दो चम्मच पिसी हुई मिश्री मिला दें। ये दूध रात को सोते समय लगातार कुछ दिन पिएँ । इसके साथ ही सुबह शाम दो काली मिर्च मुंह में रखकर हल्के से चबाकर चूसें। ये उपाय करने से हकलाना ठीक हो जाता है।
बहुत क्रोध आना – Anger
दो पके हुए सेब खाली पेट खूब चबा चबा कर पंद्रह दिन तक लगातार खाने से बहुत गुस्सा आना बंद होता है।
जी मिचलाना – Jee Ghabrana
आधे कटे हुए नींबू पर सेंधा नमक और पिसी हुई काली मिर्च लगाकर धीरे धीरे चूसने से जी मिचलाना या उल्टी का सा मन होना ठीक होता है।
पढ़ते समय सर दुखना या नींद आना – Headache
एक कप पानी में एक चम्मच चाय पत्ती डालकर उबालें। इसे छानकर इसमें एक नींबू का रस और स्वाद के अनुसार चीनीमिलाकर पिएँ। देर रात तक पढ़ने के कारण सुबह होने वाला सर दर्द भी इससे ठीक होता है।
नींद पूरी नहीं होने से भी ये हो सकता है। अतः गहरी नींद आना जरूरी है।
होठो का फ़टना या सूखना – Hoth Fatna
नाभि में रोजाना सरसों का तेल लगाने से होठों का फ़टना और सूखना मिट जाता है। विशेषकर सर्दी के दिनों में जरूर लगाना चाहिए।