कामेच्छा यानि योन सम्बन्ध बनाने की इच्छा , एक ऐसी भावना है जो विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण पैदा करके उसके साथ समागम के लिए प्रेरित करती...
कामेच्छा यानि योन सम्बन्ध बनाने की इच्छा , एक ऐसी भावना है जो विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण पैदा करके उसके साथ समागम के लिए प्रेरित करती है। यह खूबी प्रकृति ने हर प्राणी को दी है।
धरती , आकाश या पानी में रहने वाला प्रत्येक जीव इसी के कारण संतान उत्पन्न कर पाता है। इसी के कारण सृष्टि में निरंतर नई पीढ़ी का सृजन होता रहता है।
इंसान ने इस भावना को समझकर इसके फायदे और नुकसान का आकलन किया है। इंसान एक सामाजिक प्राणी है। उसने अपनी सामाजिक व्यवस्था को बनाये रखने के लिए शादी जैसे पवित्र सम्बन्ध को अपनाया जो सफलतम व्यवस्था का एक उदाहरण है।
शादी करके कामेच्छा को शांत करने और संतान उत्पन्न करने की इस व्यवस्था के कारण इंसान बहुत से सूखो को महसूस करता हुआ एक अच्छी जिंदगी व्यतीत करता है।
कामेच्छा की भावना पुरुष और महिला दोनों में पाई जाती है । इसी वजह से दोनो का मिलन संभव हो पाता है। शादी के बंधन में बंधने के बाद पति पत्नी निश्चिन्त होकर सम्बन्ध का आनंद लेते हुए संतान उत्पन्न करते हैं। इससे पति और पत्नी का रिश्ता मजबूत बना रहता है और यह रिश्ता दोनों को ख़ुशी प्रदान करता है।
गृहस्थी के तनाव के कारण कभी कभी प्रकृति के इस अनमोल उपहार की उपेक्षा होने लगती है। जीवन के उतार चढ़ाव भी कामेच्छा में कमी कर सकते हैं। योन सम्बन्ध में रूचि बहुत कम हो जाती है ।
पति पत्नी के रिश्ते इस कमी के कारण बिगड़ सकते हैं। जिन पति पत्नी के बीच ये सम्बन्ध रूचिपूर्ण तथा नियमित बने रहते है , उनमे लड़ाई झगड़े और तलाक आदि कम होते हैं। किसी एक के असंतुष्ट रहने पर तनाव पैदा हो सकता है जो विवाहित जिंदगी के दूसरे पहलुओं पर भी प्रभाव डाल सकता है।
कामेच्छा में कमी के कारण – Lack of Interest Reasons
अक्सर पति को अपनी पत्नी की कामेच्छा में कमी की शिकायत रहती है। लेकिन यह जानना जरुरी है की स्त्री की कामेच्छा में समय समय पर परिवर्तन होता रहता है।
इसके लिए अधिक काम काज की जिम्मेदारी , माहवारी , हार्मोन में बदलाव , किसी दवा के कारण , गर्भावस्था के कारण , बच्चों की जिम्मेदारी या शारीरिक कमजोरी आदि वजह हो सकते हैं । पुरुष में भी ऑफिस या व्यापार का तनाव , कोई दवा , मोटापा या डायबिटीज आदि कामेच्छा में कमी का कारण बन सकते हैं।
पति की और पत्नी की इच्छा में भी अंतर हो सकता है। हो सकता है की पति की मांग ज्यादा हो लेकिन पत्नी की कम।और यह भी हो सकता है की पत्नी की इच्छा ज्यादा हो और पति की कम। यह अंतर दूसरे की कामेच्छा में भी कमी कर सकता है। कुछ अन्य कारण जो यौन सम्बन्ध में अनिच्छा पैदा कर सकते हैं या कामेच्छा में कमी का कारण बन सकते है इस प्रकार हैं –
गुस्सा
छोटे बड़े लड़ाई झगड़े पति पत्नी के बीच होते रहते है। ऐसे में मूड ख़राब हो जाता है और इसका सबसे पहले असर यौन सम्बन्ध पर ही पड़ता है। धीरे धीरे यह कामेच्छा में कमी का कारण बन सकता है। गुस्सा करने से किसी समस्या का समाधान नहीं होता।
अपने गुस्से पर काबू पाना सीखना चाहिए। बातचीत और प्यार से रास्ता निकलने की संभावना ज्यादा होती है।
प्रशंसा की कमी
प्रशंसा सभी को अच्छी लगती है। पति पत्नी कुछ समय बाद एक दूसरे की सुंदरता या लुक की तारीफ करना छोड़ देते है। सिर्फ बच्चे और घर गृहस्थी के सामान ही बातचीत का जरिया रह जाता है।
यह सेक्स की इच्छा में कमी का कारण बन सकता है। तारीफ सभी को अच्छी लगती है। पति पत्नी के एक दूसरे की तारीफ के दो बोल कामेच्छा में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
फिटनेस और ब्यूटी
शादी के समय दूल्हा दुल्हन रात दिन एक करके ज्यादा से ज्यादा खूबसूरत नजर आते है। लेकिन कुछ समय बाद परिस्थिति बिल्कुल बदल जाती है। दूल्हा दुल्हन के रूप में बहुत सुन्दर दिखने वाला जोड़ा पहचान में भी नहीं आता। और बच्चा होने के बाद तो हालत ख़राब हो जाती है।
न वजन का ख्याल रखते हैं न खूबसरती का। यह कामेच्छा में कमी का कारण बन जाता है। अतः फिट रहने की कोशिश करनी चाहिए तथा खुद को खूबसूरत दिखने के लिए मेकअप आदि भी जरूर करना चाहिए ताकि एक दूसरे के प्रति आकर्षण बना रहे।
तनाव
किसी भी तरह के मानसिक तनाव का योन सम्बन्ध पर असर जरूर पड़ता है अतः तनाव कम करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए आधा घंटे की पैदल घूमने से फ्रेश महसूस कर सकते है। योग आदि का अभ्यास किया जा सकता है। बाजार में घूम सकते है। पति पत्नी दोनों को मिल कर तनाव को कम करने की कोशिश करनी चाहिए। लंबे समय तक बातचीत नहीं होना या यौन सम्बन्ध नहीं बनना पति पत्नी के रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकता है।
डिप्रेशन
आजकल की भागदौड़ , जिम्मेदारियों का बोझ , दिखावे का चलन , रहन सहन का ऊँचा स्तर आदि डिप्रेशन के कारण बन जाते है। डिप्रेशन का पता नहीं चलता है क्योंकि इसे समझना आसान नहीं होता है। लेकिन इसका शरीर और मन पर बुरा प्रभाव जरूर पड़ता है। यह पति पत्नी के बीच की दूरी को बढ़ा सकता है। ऐसे में विशेषज्ञ से सलाह कर लेनी चाहिए।
खुद को शारीरक रूप से नाकाबिल समझना
पुरुषों में अज्ञानतावश अपने अंग के आकार को लेकर कई प्रकार की शंकाएं पैदा हो सकती है। जो कामेच्छा में कमी का कारण बन सकता है। ऐसे में विशेषज्ञ की सलाह और पत्नी का समझदारी और धीरज पूर्ण व्यवहार बहुत लाभ दे सकता है।
काम का बोझ
पति और पत्नी दोनों पर ही काम काज का बोझ शादी शुदा जीवन के आनंद को कम कर देता है। अतः कुछ समय ऐसा जरूर निश्चित करके रखें जब सिर्फ एक दूसरे को समय दें।
जिंदगी के किसी विशेष उन्नति के अवसर जैसे प्रमोशन या गर्भावस्था की स्थिति होने पर या मकान आदि बनवाने कारण कामेच्छा में कमी हो सकती है।
इस समय यह ध्यान रखना आवश्यक होता है ही सबसे पहली जरूरत आपके प्यार भरे सम्बन्ध है। कोई भी उपलब्धि आपके सम्बन्ध से बढ़कर नहीं हो सकती। अतः सम्बन्ध पर असर नहीं पड़ना चाहिए।
रूचि बढ़ाने के उपाय – How to increase interest
पति पत्नी को आपसी समझबूझ से परिस्थितियों को देखकर एक दूसरे की भावना का सम्मान करके आपसी संबंधों को स्वस्थ बनाये रखने की कोशिश करनी चाहिए। दोनों यदि दिन में एक बार भी साथ हँस पायें तो बहुत सी परेशानियों का समाधान निकाल सकते हैं।
कुछ खास खाने पीने की चीजें भोजन में शामिल करने से शरीर स्वस्थ रहता है तथा यौन अंगों में रक्त का संचार सुधरता है। जिससे कामेच्छा में बढ़ोतरी हो सकती है। इन्हें आगे बताया गया है।
वैवाहिक जीवन में यौन सम्बन्ध कुछ समय बाद नीरस हो सकते हैं इसलिए थोड़ा बहुत नयापन लाने की कोशिश करते रहना चाहिए। कुछ नए प्रकार के कपड़े , नया सेंट , खुशबु , विशेष प्रकार से एक दूसरे को छूना , आसन में बदलाव आदि से एक नया अनुभव यौन संबंधों को रुचिकर बनाये रखता है। यह कामेच्छा बढ़ाने में सहायक होता है।
जीवन साथी के प्रति नकारात्मक विचार रखने से कामेच्छा में कमी होना स्वाभाविक होता है। जीवन साथी में हमेशा कमी निकालना सम्बन्ध को ख़राब करता है। अतः एक दूसरे पर आरोप लगाने के बजाय सम्बन्ध को सुधारने की पहल दोनों तरफ से की जानी चाहिए।
एक दूसरे में खूबी तलाश करने की कोशिश करनी चाहिए। यौन सम्बन्ध में प्यार पहली जरूरत होता है। अतः सिर्फ यौन क्रिया के बजाय एक दूसरे की भावना को समझकर प्यार की भावना को जगाना अधिक जरुरी होता है। प्यार बढ़ने से कामेच्छा भी बढ़ती है।
यौन संबंधों में अधिकतर पुरुष पर ही पहल करने की जिम्मेदारी होती है। महिलायें पहल नहीं कर पाती हैं। यदि काम के तनाव या किसी और कारण से पुरुष पहल नहीं कर पाता तो यौन सम्बन्ध ख़त्म से होने लगते हैं ।
यौन सम्बन्ध के फायदों को ध्यान में रखकर यदि पत्नी पहल करती हैं तो संबंध अच्छे बने रहने की संभावना बनी रहती है। घर में मिलने वाली यह ख़ुशी बाहर के तनाव को कम करने में बहुत सहायक हो सकती है। कभी कभी ऐसा लगे कि इच्छा नहीं है तो भी एक बार शुरू करने के बाद दोनों को आनंद मिल सकता है।
कामेच्छा बनाये रखने के लिये सदियों से विशेष प्रकार की दवा , लोशन , तेल आदि का उपयोग होता आ रहा है जिसके पीछे लोग कितना भी खर्च करने को भी तैयार हो जाते है। इसके बजाय रोजाना उपयोग में आने वाली खाने पीने की चीजें कामेच्छा को बढ़ाने में सहयोग कर सकती है।
इनसे मिलने वाले पोषक तत्व , विटामिन , ओमेगा 3 , जिंक आदि से यौन हार्मोन बनने में मदद मिलती है। कुछ कामेच्छा में वृद्धि करने वाले आहार इस प्रकार हैं :
तरबूज
तरबूज में पाये जाने वाले तत्व सिटरुलीन के कारण यह नसों में रक्त का प्रवाह बढ़ा देता है जिससे जननांगों में भी रक्त का संचार बढ़ता है और कामेच्छा तथा यौन सम्बन्धों में रूचि बढ़ाता है। यह मांसपेशियों में अमोनिया जमा होने से रोककर जल्दी थकान होने से बचाता है।
लहसुन
लहसुन में थोड़ी गंध जरूर होती है लेकिन यौन सम्बन्ध के लिए यह बहुत कारगर साबित होता है। लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन नामक तत्व जननांगों में रक्त के संचार में वृद्धि करता है। लहसुन को कूटने पीसने पर ही एलिसिन तत्व कार्यरत होता है। इसलिए लहसुन की चटनी खाने से बहुत लाभ होता है।
चुकन्दर
चुकन्दर लंबे समय से कामेच्छा में वृद्धि करने के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। चुकन्दर से मिलने वाला बोरोन तत्व हार्मोन की वृद्धि करके कामेच्छा में वृद्धि करता है। चुकन्दर के उपयोग से नाइट्रिक ऑक्साइड मिलता है जो नसों को लचीला बना कर उनमे रक्त का संचार आसान बनाता है। इस प्रकार चुकन्दर से दोहरा लाभ मिल सकता है।
पीनट बटर
मूंगफली से बनने वाला पीनट बटर मोनो अनसेचुरेटेड फैट होते है जो डोपामाइन को बढ़ाते है। इससे विशेषकर कर महिलाओं की कामेच्छा में वृद्धि होती है। इसे बटर की तरह ही उपयोग में लाया जा सकता है।
बादाम
वैसे तो ड्राई फ्रूट्स बहुत लाभदायक होते है। बादाम सभी को पसंद आते है। बादाम में पाया जाने वाला अर्जीनाइन नामक तत्व पुरुष और महिला दोनों के लिए लाभदायक होता है। यह नसों को लचीला बनाता है जिससे उनमे रक्त का संचार बढ़ता है और यौन संबंधन में रूचि को बढ़ाता है।
केला
केला पुरुष के अंग के प्रतीक के रूप में हमेशा ही दर्शाया जाता है। यह उस अंग को ताकत देने में भी उतना ही कारगर है। केले में पाया जाने वाला ब्रोमेलेन नामक एंजाइम पुरुषों में कामेच्छा बढ़ाता है।
इसके अलावा पोटेशियम तथा विटामिन B से भरपूर होने के कारण यह रूचि बढ़ाने वाले हार्मोन के बनने में सहायक होता है। साथ की मांसपेशियों को शक्ति देने की शानदार गुण के कारण एथलीट भी इसे खाते हैं। इस प्रकार केला हर तरह से यौन सम्बन्ध स्वस्थ बनाये रखने में मददगार साबित होता है।
सफ़ेद मूसली
सफ़ेद मूसली हर प्रकार की शारीरिक कमजोरी को दूर करके यौन शक्ति में बढ़ोतरी करती है। पुरुषों में शुक्राणु की कमी , वीर्य में पतलापन , आदि दोष दूर करती है।
मांसपेशियों और हड्डियो को मजबूत बनाती है तथा जोड़ों के दर्दमें आराम दिलाती है। इससे स्त्रियों में यूरिन इन्फेक्शन तथा श्वेत प्रदर ठीक होते है। महिलाओं में डिलीवरी के बाद की कमजोरी दूर करके कामेच्छा की कमी को दूर करने में सहायक होती है।
लाल मिर्च
लाल मिर्च में पाया जाने वाला कैप्सेसिन नामक तत्व के कारण ही मिर्च में तीखापन होता है। यह तत्व एंडोर्फिन के स्राव को बढ़ा देता है जिसके कारण मन प्रसन्न होता है। यह यौन उत्तेजना में भी वृद्धि करने में भी सहायक होता है।
कददू के बीज
कददू के बीज में फैटी एसिड और जिंक भरपूर मात्रा में होते है। जो कामेच्छा में वृद्धि करने वाले हार्मोन के बनने में सहायक होते हैं।
डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले तत्व मन की ख़ुशी को बढ़ाते है। डिप्रेशन को दूर करते है। दिमाग में डोपामाइन के स्राव को बढ़ाते हैं जो ख़ुशी देने वाला हार्मोन होता है।