सफ़ेद बाल Grey Hair उम्र और अनुभव की निशानी है। अधिक उम्र होने पर बाल सफेद होना शारीरिक परिवर्तन का एक हिस्सा है। लेकिन यदि कम उम्र में...
सफ़ेद बाल Grey Hair उम्र और अनुभव की निशानी है। अधिक उम्र होने पर बाल सफेद होना शारीरिक परिवर्तन का एक हिस्सा है। लेकिन यदि कम उम्र में ही बाल सफेद होने लगते है तो बुरा लगता है। बालों में डाई लगाकर इस समस्या को हल करने की कोशिश महँगी भी पड़ती है और सिर की त्वचा भी खराब होती है। इससे बाल अधिक मात्रा में सफ़ेद भी हो सकते है और बाल झड़ने भी शुरू हो सकते है।
बालों का रंग प्रत्येक व्यक्ति में अलग हो सकता है। बाल काले होने के अलावा भूरे , सुनहरे या लाल भी हो सकते है। बालों का रंग हेयर फॉलिकल में बनने वाले मेलेनिन ( Melanin ) नामक पिगमेंट पर निर्भर होता है । उम्र के साथ जब शरीर में इस पिगमेंट का बनना बंद हो जाता है तो बाल सफेद हो जाते है। उम्र के अलावा यदि किसी और कारण से मेलेनिन बनना बंद हो जाये तो भी बाल सफ़ेद हो सकते है।
बाल सफ़ेद होने के कारण व उपाय – Grey Hair Reason And Remedy
Bal safed hone ke karan
आनुवंशिकता
कम उम्र में बाल सफेद होने का कारण आनुवंशिकता होता है यानि यदि ये आपके जीन्स में तो आपके बाल जल्दी सफेद हो सकते है।
अनुवांशिक समस्या का समाधान मुश्किल होता है।
लेकिन इस पर रिसर्च जारी है और निकट भविष्य में इस बात की पूरी सम्भावना है कि ऐसे जीन्स की पहचान करके बालों को सफ़ेद होने से रोक जा सकेगा।
पौष्टिकता की कमी
बालों के स्वस्थ रहने के लिए शरीर का स्वस्थ रहना जरुरी है और पोष्टिक भोजन इसके लिए आवश्यक है। सिर की त्वचा में पहुँचने वाला
रक्त ही बालों की जड़ों को पोषण देता है। बालों के स्वस्थ बने रहने में मुख्यतः प्रोटीन की तथा कुछ विटामिन और खनिज की आवश्यकता
होती है। जिसमे मुख्यतः विटामिन A , B 12 ,C , E तथा राइबोफ्लेविन , बायोटिन आदि बालों के लिए जरुरी है। खनिज में आयरन ,
कैल्शियम ,फास्फोरस , आयोडीन आदि होने चाहिए। इनकी कमी से बाल सफेद होते है तथा बेजान और रूखे हो सकते है।
ऐसा भोजन जिसमें ये सभी शरीर को प्राप्त होगे तो बाल स्वस्थ रहेंगे अतः भोजन में दाल , सोयाबीन , अंडा , दूध व दूध से बने पदार्थ , हरी सब्जियां। फल जैसे आम , खुबानी , पपीता आदि शामिल करें। इसके अतिरिक्त गाजर , टमाटर , शकरकंद आदि विटामिन A से भरपूर चीजें लेनीचाहिए। मेवे जैसे बादाम और अखरोट आदि लें। चोकर युक्त आटा तथा अंकुरित अनाज से बहुत से लाभदायक खनिज और विटामिन मिलतेहै , इन्हें लें।
मानसिक तनाव
मानसिक तनाव का शरीर के सभी अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बाल भी इससे अछूते नहीं है। लंबे समय तक चिंता , टेंशन , दुःख का बालों पर विपरीत असर पड़ता है। इससे मेलेनिन का बनना कम हो जाता है जिससे बाल सफ़ेद हो जाते है। जीवन की छोटी मोटी परेशानियों में खुद को शांत रखने की कोशिश करें।
कभी कभी हमें पता नहीं चलता और तनाव का प्रभाव शरीर पर पड़ना शुरू हो जाता है। योग और प्राणायाम से ये परेशानी दूर हो सकती है।
अतः इन्हें सीख कर इन्हें दिनचर्या का हिस्सा बना लेना चाहिए।
वातावरण
बालों पर बाहरी प्रदुषण का बहुत असर होता है। लगातार धुल , मिट्टी या रसायन आदि के संपर्क से बालों को बहुत नुकसान पहुँचता है।
इनकी वजह से बाल सफ़ेद हो सकते है या बेजान और रूखे हो सकते है अतः ऐसे वातावरण में बालों को कपड़े या कैप आदि से ढ़ककर रखना चाहिए।
स्मोकिंग
धूम्रपान करने से भोजन आदि से मिलने वाले पोषक तत्व जैसे आयरन , विटामिन C , विटामिन E आदि या तो मिल नहीं पाते या जल्दी नष्ट हो जाते है। इससे पोष्टिक भोजन लेते हुए भी शरीर के अंगों को खाने पीने का लाभ नही मिल पाता। वैसे भी धूम्रपान के गंभीर परिणाम होते है।
अतः धूम्रपान तुरंत बंद कर देना चाहिए।
बालों की गलत देखभाल
बालों की सफाई सही तरीके से होना बहुत जरुरी होता है। बालों में लगाई जाने वाली मेहंदी आदि भी बालों की प्रकृति को समझ कर उपयोग करनी चाहिए। बालों का पीएच 5 .5 होता है। बाजार में मिलने वाली मेहंदी का पीएच कम हो सकता है। ऐसी मेहंदी लगाने पर मेहंदी से बाल रूखे सूखे होकर गिरने लगते है ।
इसके अलावा तेज केमिकल वाले शैम्पू यूज़ करना , बार बार शैम्पू बदलना। बालों की सफाई नहीं करना , बालों में तेज खुशबू वाले तेल आदि लगाना बालों को हानि पहुंचा सकते है। बालों में डेंड्रफ का भी तुरंत उपचार करना चाहिए।
बालों को काले बनाये रखने के घरेलु नुस्खे – Home Remedies
Bal kale karne ke gharelu nuskhe
— सूखे आंवले का चूर्ण और नींबू का रस मिलाकर बालों में एक घंटे तक लगा कर रखें। फिर धो लें। शैम्पू ना लगाएं। इससे बाल लम्बे समय तक काले बने रहते है।
— करी पत्ता को नारियल के तेल में काला होने तक गर्म करें। ठंडा होने पर छान कर बोतल में भर लें। इस तेल की नियमित मालिश करने से बाल जल्दी सफ़ेद नहीं होंगे।
— शेम्पू की जगह हर्बल सामानों का उपयोग करे जैसे आँवला, अरीठा, शिकाकाई से बालो को धोये। एक कटोरी दही में दो चम्मच
बेसन मिलाकर बालों में हल्के हाथ से जड़ों में लगाकर पॉँच मिनट बाद धोएँ। मुल्तानी मिटटी में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर उपयोग में लाए।
— अपने आहार में नियमित रूप से आंवले का प्रयोग करे।
— तिल का तेल बालो को असमय सफ़ेद होने से बचाता है , अतः तिल का तेल बालों में लगाएं।
— पत्तागोभी का रस बालो में लगाने से असमय हुए काले बाल सफेद होने लगते है।
बालों को रंगने का प्राकृतिक तरीका – Natural Dye
Bal kale rang ke kaise kare
केमिकल युक्त डाई बालों के लिए बहुत हानिकारक होती है। इसकी जगह नीचे दिया प्राकृतिक नुस्खे का उपयोग करके बालों पर रंग चढ़ा सकते है। इससे बाल मुलायम , घने ,चमकदार और काले भी बने रहेंगे।
मेहंदी — एक कप
कॉफी पाउडर — एक चम्मच
पिसा कत्था — एक चम्मच
सूखे आंवले का चूर्ण — एक चम्मच
ब्राह्मी का पाउडर — एक चम्मच
सूखे पुदिने का चूर्ण — एक चम्मच
दही — एक चम्मच
नींबू का रस — एक चम्मच
इन सबको मिलाकर जरूरत के हिसाब से पानी डालकर दो घंटे के लिए भीगने के लिए लोहे की कढ़ाई में रख दें। पानी इतना ही डालें की गाढ़ा लेप बन जाये। दो घंटे भीगने के बाद इसे बालों की जड़ में और बालों में लगा लें। डेढ़ – दो घंटे तक रखें , फिर धो लें। शैम्पू न लगाएँ।