प्याज onion रसोई में हमेशा मौजूद रहता है तथा लगभग रोज इसका उपयोग किसी ना किसी रूप में होता रहता है। सलाद के रूप में , ग्रेवी में तथा अ...
प्याज onion रसोई में हमेशा मौजूद रहता है तथा लगभग रोज इसका उपयोग किसी ना किसी रूप में होता रहता है। सलाद के रूप में , ग्रेवी में तथा अन्य कई प्रकार से इसका यूज़ किया जाता है।
वैसे तो प्याज़ सभी जगह खाया जाता है लेकिन पंजाब , हरियाणा , राजस्थान और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में इसका अत्यधिक उपयोग होता है। कुछ विशेष डिश प्याज़ के बिना अधूरी होती हैं जैसे पाव भाजी , छोले भटूरे , पनीर टिक्का आदि।
प्याज की खेती सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में की जाती है। इसके अलावा राजस्थान , गुजरात , उत्तर प्रदेश , व कर्णाटक आदि राज्य में भी प्याज उगाया जाता है। इसकी फसल साल में दो बार – नवम्बर में तथा मई महीने में आती है।
प्याज के गुण तथा पोषक तत्व – Onion Nutrients
प्याज़ में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। इसका स्वाद तीखा होता है। यह कामोत्तेजना बढ़ाने वाला , भूख बढ़ाने वाला तथा रक्त वर्धक होता है। इसमें कैलोरी कम होती है लेकिन यह विटामिन , खनिज और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है।
एक कप कटे हुए Pyaj में लगभग 64 कैलोरी , 15 gm कार्बोहाइड्रेट , जीरो फैट , जीरो कोलस्ट्रोल , 3 ग्राम फाइबर , 7 ग्राम शक्कर , 2 ग्राम प्रोटीन , रोजाना की जरुरत का 10 % विटामिन C , विटामिन B6 और मैगनीज पाया जाता है। इसमें थोड़ी मात्रा में कैल्शियम , आयरन , फोलेट , मैग्नीशियम , फास्फोरस तथा पोटेशियम भी होते हैं ।
इसमें विशेष रूप से पाए जाने वाले तत्वों में क्वारसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट तथा सल्फर इसे अलग ही गुण प्रदान करते हैं। सेब में भी क्वारसेटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है लेकिन प्याज में यह सेब से तीन गुना ज्यादा होता है।
क्वारसेटिन एक ताकतवर एंटीऑक्सीडेंट है , जो एलर्जी को कम कर सकता है , नसों में कोलेस्ट्रॉल के जमाव को रोकता है , ब्लड प्रेशर कम करता है , प्रोस्टेट और पेशाब की थैली की परेशानी में कमी लाता है तथा कैंसर को बढ़ने से रोकता है।
प्याज में पाए जाने वाले सल्फर कम्पाउंड कोलेस्ट्रॉल कम करते हैं। यह तत्व नाइट्रिक ऑक्साइड का स्राव करके रक्त शिराओं को लचीला बनाकर उनमे खून का बहना आसान बनाते हैं।
इसके फ्लेवोनोइड्स तथा फीटो केमिकल्स बहुत लाभदायक होते हैं। इसमें पाए जाने वाले पॉलीफेनोल्स की अधिक मात्रा के कारण यह डायबिटीज , कैंसर तथा हृदय रोग को दूर रखने से सहायक होते हैं।
विटामिन C फ्री रेडिकल के नुकसान से बचाकर कैंसर होने से रोकता है तथा प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि करता है।
प्याज़ में इनुलिन नामक प्री-बायोटिक होते हैं। ये प्री-बायोटिक पचते नहीं हैं लेकिन फायदेमंद बैक्टीरिया की वृद्धि में सहायक होते हैं।
ये फायदेमंद बैक्टीरिया पाचन में तथा पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करते हैं , प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं , वजन कंट्रोल में रखने में सहायक होते हैं , डायबिटीज होने का खतरा कम करते हैं , कब्ज को मिटाते हैं तथा अल्सर पैदा करने वाले एच पायलोरी नामक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं।
प्याज के फायदे व घरेलु नुस्खे
Onian benefits and home remedies
नींद
प्याज का नियमित उपयोग अच्छी नींद लाने में सहायक होता है। सेरोटोनिन , डोपामाइन आदि अच्छे हार्मोन नींद लाने तथा मनोदशा को अच्छा रखने में मदद करते हैं। Pyaj से मिलने वाले तत्व इन हार्मोन के स्राव में मददगार होते हैं।अतः नींद नहीं आतीहै तो कुछ दिन Pyaj का नियमित उपयोग जरूर करके देखें।
त्वचा
त्वचा का स्वस्थ रहना कोलेजन पर निर्भर होता है जिसके लिए पर्याप्त विटामिन C की आवश्यकता होती है। रोजाना प्याज का उपयोग करने से रूखी सुखी त्वचा कोमल और चिकनी हो जाती है। खून साफ होता है तथा त्वचा के विकार नष्ट होते हैं।
प्याज का रस पांच चम्मच और दस चम्मच शहद मिलाकर नियमित पीने से चेहरा चमक जाता है। यह शरीर को सुडोल बना देता है। Pyaj से मिलने वाला विटामिन C त्वचा को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है।
बाल
प्याज का रस रुई की मदद से बालों की जड़ में नियमित कुछ समय लगाने से बाल गिरना कम होते है ,बाल सफ़ेद होना कम हो जाते है तथा बालों में जूं का प्रकोप हो तो वह भी समाप्त होता है।
स्मरण शक्ति
प्याज का रस , अदरक का रस तथा घी एक एक चम्मच मिलाकर कुछ सप्ताह लेने से स्मरण शक्ति बढ़ती है।
लू
लू लगने पर प्याज को पीस कर हथेली और पैर के तलुओं पर घिसने से लू की जलन कम होती है। एक छोटा Pyaj छिलका निकाल कर साथ में रखने से लू नहीं लगती है। गर्मी में Pyaj का उपयोग जरूर करना चाहिए।
कीड़े का काटना
किसी कीड़े , मकोड़े के काटने या मधुमक्खी , ततैया आदि के डंक मारने पर बहुत दर्द , जलन व सूजन हो जाती है। ऐसे समय Pyaj पीस कर लगाने से आराम मिलता है।
सर्दी जुकाम एलर्जी
प्याज का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर कुछ दिन लेने से सर्दी , जुकाम तथा एलर्जी आदि मिटते हैं।
नकसीर
प्याज के रस की दो बूंद नाक में डालने से नकसीर बंद होती है। कटा Pyaj सूंघने से भी नकसीर बंद होती है।
जोड़ों का दर्द
जोड़ों के दर्द में प्याज से आराम मिलता है। इसके लिए तीन चम्मच प्याज के रस में एक चम्मच नींबू का रस , नमक और आवश्यकता के अनुसार पानी मिलाकर एक समय कुछ दिन लेने से जोड़ों के दर्द में बहुत लाभ होता है।
अस्थमा
दमा परेशान करता हो तो पांच चम्मच प्याज के रस में थोड़ा काला नमक , चुटकी भर हींग तथा थोड़ा पानी मिलाकर कुछ दिन लगातार लेने अस्थमा की परेशानी में आराम मिलता है।
पथरी
प्याज के रस में चीनी मिलाकर कुछ दिन लेने से छोटी गुर्दे की पथरी निकल सकती है।
यौन शक्ति
सफेद प्याज का रस , शहद , अदरक का रस तथा घी इन चारों का मिश्रण कुछ दिन लेने से नपुसंकता दूर होती है तथा यौन शक्ति में बढ़ोतरी होती है। शहद और घी बराबर मात्रा में ना लें।
कामेच्छा
एक चम्मच प्याज का रस , एक चम्मच शहद तथा आधा चम्मच शक्कर मिलाकर सुबह शाम कुछ दिन पीने से कामेच्छा में वृद्धि होती है।
बिवाई
प्याज को पीस कर कुछ दिन नियमित बिवाइयों में लगाने से बिवाइयाँ ( एड़ी फटना ) ठीक होती हैं।
प्याज काटने पर आँख में जलन के उपाय
प्याज को से LF नामक गैस निकलती है आँख के पानी के साथ मिलकर सल्फ्यूरिक एसिड बनाती है। इसके कारण तेज जलन होती है और आंसू निकलने लगते हैं। कुछ सामान्य उपाय करने से Pyaj काटने पर आँख में जलन नहीं होगी और आंसू भी नहीं आयेंगे। ये उपाय इस प्रकार हैं :-
— यदि प्याज को काटने से एक घंटे पहले फ्रिज में रख दें तो आंसू नहीं आएंगे। Pyaj को फ्रिज के ठन्डे पानी में काटने से पहले कुछ देर रखने से भी आँख में पानी नहीं आता है ।
— Pyaj काटते समय टेबल फेन की हवा में बैठें। इससे प्याज से निकलने वाली गैस आँख तक नहीं पहुंचेगी और आँख में पानी नहीं आएगा।
— चाक़ू को पानी में गीला करके प्याज काटने पर आंसू नहीं आयेंगे।
— चाकू पर छिला हुआ कच्चा आलू घिस लें फिर इससे Pyaj काटने पर आँख में जलन नहीं होती।
— प्याज को काटते ही तुरंत पानी में डाल दें। आँख की जलन और आंसू की परेशानी नहीं होगी।
— प्याज को चार टुकड़े करके कुछ देर पानी में डाल दें। अब प्याज पीसें या बारीक काटें तो आँख में जलन नहीं होती है।
प्याज की बदबू मिटाने के उपाय
— Pyaj खाने के बाद मुंह से प्याज की बदबू आ रही हो तो थोड़ी अजवायन मुंह में रखकर चबाएं। गंध नहीं आएगी।
— प्याज काटने के बाद हाथों में बदबू आ रही हो तो थोड़ा सरसों का तेल लगा लें। बदबू मिट जाएगी।
— प्याज की ग्रेवी भूनते समय तेजी और गंध कम करनी हो तो इसमें थोड़ी चीनी मिला दें।