साबूदाना खिचड़ी Sabudane ki khichdi व्रत के समय पसंद किये जाने वाले फलाहार में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। साबूदाना कार्बोहाइड्रेट से भरपूर...
साबूदाना खिचड़ी Sabudane ki khichdi व्रत के समय पसंद किये जाने वाले फलाहार में सबसे ज्यादा लोकप्रिय है। साबूदाना कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है इसलिए इसे खाने से व्रत के समय कमजोरी महसूस नहीं होती।
साबूदाना खिचड़ी में मूंगफली दाना होने से पेट भी भर जाता है। साबूदाना पचने में भी हल्का होता है। आइये जाने कैसे बनाते है व्रत के लिए साबूदाने की खिचड़ी –
साबूदाना खिचड़ी बनाने के लिए सामग्री
Sabudana khichdi samagri
- 2 कप साबूदाना
- 4 टेबलस्पून नारियल
- 5 टेबलस्पून घी
- 1 बंच करी पत्ते
- 1 टेबलस्पून जीरा
- नमक स्वादनुसार
- 2 मीडियम आलू
- 8 हरी मिर्च
- 1 टेबलस्पून नींबू का रस
- ½ कप रोस्टेड मूंगफली
- 1 बंच धनिया की पत्तियां
- 6 कप पानी
साबूदाना खिचड़ी रेसिपी बनाने की विधि
Step 1
इस रेसिपी को बनाने के लिए सबसे पहले साबूदाने को धुल लें और 5-6 कप पानी में दो से तीन घंटे तक भिगा दें। यह ध्यान रखें कि साबूदाना सॉफ्ट और नम हो जाए । अगर भिगाने के बाद भी यह सॉफ्ट और नम ना हो पाए तो इसे और 2 घंटे के लिए भिगा दें क्योंकि अगर यह ठीक से नम नहीं होगा तो खिचड़ी नहीं पकेगी। इसके बाद हरी मिर्च और धनिया की पत्तियों को पानी से धुलकर बारीक काट लें। अब आलू को छीलकर क्यूब्स में काटकर अलग बाउल में रख लें। फिर मूंगफली को ग्राइंडर में ग्राइंड करके बाद के इस्तेमाल के लिए अलग रख लें।
Step 2
इसके बाद एक गहरे पैन को मध्यम आंच पर रखकर घी गर्म कर लें। जब घी पिघलने लगे इसमें करी पत्ते के साथ जीरा और कटी हरी मिर्च डालें। इसे कुछ सेकेंड के लिए हल्की आंच पर तलें और आलू के टुकड़े डालें। इस मिश्रण को हल्की आंच पर धीरे-धीरे चलाते हुए पकाएं ताकि सभी मसाले आपस में अच्छी तरह से मिक्स हो जाएं। आलू के सॉफ्ट होने तक पकाएं और आंच को धीमी कर दें। जब आलू नरम हो जाए तब इसमें भिगाये हुए साबूदाने के साथ ग्रेटेड नारियल और ग्राउंड पीनट्स डालें । सभी सामग्रियों को 4-5 मिनट के लिए हल्की आंच पर पकाएं।
Step 3
आखिर में एक पैन में हल्का -सा पानी और एक चुटकी सेंधा नमक छिड़ककर ,अच्छी तरह से मिक्स कर लें। इसके बाद स्टोव को बंद कर दें और नींबू के जूस और कटी धनिया की पत्तियों से सजाकर गर्मागर्म सर्व करें।
साबूदाना खिचड़ी टिप्स – Tips
— साबूदाना धोकर भिगोएं ताकि चिपके नहीं , इस प्रकार खिचड़ी खिली खिली बनेगी।
— साबू दाना में सेंधा नमक और काली मिर्च मिलाने के बाद कढ़ाई में डालने से आसानी हो जाती है।
— साबूदाना डालने के बाद बहुत धीमी आंच पर पकायें। बहुत अधिक समय तक ना पकायें।
— साबूदाना ट्रांसपेरेंट दिखाई देने का मतलब खिचड़ी तैयार है।
— यहाँ व्रत के लिए साबूदाने की खिचड़ी बनाने का तरीका बताया गया है। बिना व्रत के लिए खिचड़ी बनाने के लिए इसमें सेंधा नमक के स्थान पर सादा नमक और काली मिर्च के स्थान पर लाल मिर्च का उपयोग किया जा सकता है।