अदरक Ginger पेट के लिए बहुत फायदेमंद होती है। अदरक के फायदे ( Adrak ke Fayde ) और गुणों को जानकर ही इसे भारतीय खाने का एक हिस्सा बनाय...
अदरक Ginger पेट के लिए बहुत फायदेमंद होती है। अदरक के फायदे ( Adrak ke Fayde ) और गुणों को जानकर ही इसे भारतीय खाने का एक हिस्सा बनाया गया है। यह सम्पूर्ण पाचन तंत्र को सशक्त बनाती है।
एक जमीन के नीचे उगने वाला कंद ( Rhizome ) है।सदियों से इसका उपयोग हमारे खाने में होता आ रहा है। दुनिया भर को अदरक का स्वाद ( adrak ka swad ) और गुणों से परिचित कराने का श्रेय भारत को ही है। भारत आज भी विश्व में अदरक का सबसे अधिक उत्पादन करने वाला देश है।
अदरक आतों को लचीला व ताकतवर बनाती है तथा पेट की जलन व सूजन को मिटाती है। सभी तरह के जी घबराने या उल्टी होने में यह असरकारक दवा साबित होती है। विशेषकर बस या कार आदि में सफर करते समय कई लोगों को जी घबराने और उल्टी होने की समस्या होती है , उसमे अदरक बहुत आराम देती है। गर्भावस्था में उल्टी की शिकायत में भी इसकी कम मात्रा से फायदा पहुंचता है।
अदरक में जिंजेरोल्स नामक तत्व होता है जो सूजन और दर्द मिटाता है। इसी कारण से हड्डी के रोग जैसे गठिया और मासंपेशियों के दर्द आदि में इससे आराम मिलता है। इससे माइग्रेन सिर दर्द में भी आराम मिलता है। अदरक में विटामिन B 6 और विटामिन B 5 होते है। इसमें पोटेशियम , मैगनीज , कॉपर आदि खनिज तत्व होते है।
अदरक से शरीर में होने वाले स्राव जैसे लार और पित्त आदि बढ़ जाते है। ये स्राव पाचन में मदद करते है। लेकिन यदि पित्ताशय में पथरी हो तो इसी वजह से अदरक का उपयोग नहीं करना चाहिए। शरीर में रक्त स्राव आदि की स्थिति में भी Adrak का उपयोग सावधानी से करना चाहिए।
अदरक को सुखाकर सौंठ ( Dry Ginger ) बनाई जाती है। सौंठ ( Sonth ) मसाले के रूप में उपयोग में लाई जाती है। सोंठ भी अदरक की तरह पाचन , सर्दी ,खांसी , उल्टी आदि में और पेट को साफ करने में गुणकारी होती है।
अदरक से बनने वाले मुखवास अदरक पाचक का भोजन के बाद सेवन बहुत लाभदायक सिद्ध होता है।
चाय को स्वादिष्ट और फायदेमंद बनाने के लिए सोंठ , इलायची ,दालचीनी , लोंग आदि के मिश्रण से चाय का मसाला बनाया जाता है।
नवजात शिशु को जन्म देने वाली और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सोंठ , गोंद , घी , मेवे आदि से लडडू जिन्हे ” कातलु ” कहते है बनाकर खिलाए जाते है। जो प्रसव के बाद शरीर में आई कमजोरी को दूर करके नई ताकत और ताजगी से भर देते है।
अदरक के खास फायदे व नुस्खे
Adrak ke fayde gharelu nuskhe
बस के सफर में उल्टी
बस या कार में सफर करने से पहले अदरक वाली चाय पिएं या एक चम्मच अदरक का रस एक कप पानी में डाल कर पी लें। इससे जी घबराना उल्टी होना आदि ठीक होते है।
सफर के समय अदरक का एक छोटा छिला हुआ टुकड़ा मुंह में रख कर चूसने से भी आराम मिलता है। हवाई यात्रा करते समय होने वाली घबराहट भी इससे मिटती है।
तोंद कम करने के लिए
10 ग्राम अदरक को छीलकर छोटे टुकड़े करके तवे पर थोड़े से पानी के साथ भून लें। जब पानी पूरा जल जाये तब इसमें एक चम्मच देसी घी डालकर अच्छे से सेक लें। इसे भोजन करने से पहले खाएँ । इसे खाने से बढ़ी हुई तोंद को अपने सामान्य आकार में लाने में मदद मिलती है।
भूख में कमी
अदरक को छीलकर छोटे छोटे टुकड़े कर लें। इसमें से चौथाई चम्मच अदरक , सेंधा नमक और नींबू का रस मिलाकर खाना खाने से आधा घंटे पहले खा लें। इस प्रकार एक सप्ताह लगातार खाने से भूख खुल कर लगने लगती है। भोजन से अरुचि ख़त्म होती है। पेट दर्द , गैस , कब्ज आदि से मुक्ति मिलती है।
मासिक धर्म का कष्ट
जिन अविवाहित स्त्रियों या लड़कियों को माहवारी या मासिक धर्म कष्ट पूर्वक होता हो तो उन्हें सोंठ और पुराने गुड़ का काढ़ा बनाकर पीने से बहुत लाभ होता है। इसमें खट्टी चीजें और ठंडे पेय नहीं लेने चाहिए।
जोड़ों का दर्द
पिसी हुई सोंठ दो चम्मच , असगंध पाउडर दो चम्मच और पिसी हुई मिश्री तीन चम्मच मिला लें। इस मिश्रण में से एक-एक चम्मच सुबह शाम गर्म पानी से लें। दो सप्ताह तक लगातार इसे लेने से जोड़ों का दर्द ठीक होता है। गठिया के दर्द में आराम मिलता है।
गैस
पेट में गैस अधिक बनती हो तो आधा चम्मच पिसी हुई सोंठ में नमक मिलाकर दिन में तीन बार गर्म पानी से फांक लें। गैस बननी बंद हो जाएगी।
खांसी
एक चम्मच Adrak का रस और एक चम्मच शहद मिलाकर दिन मे दो बार चाटने से खांसी जुकाम और दमा आदि में आराम मिलता है। दो चम्मच घी और एक चम्मच गुड़ गरम करके एकसार कर ले।
आंच पर से उतार कर इसमें एक चम्मच पिसी हुई सोंठ डाल दें। इसे खाली पेट सुबह खाएं। लगातार तीन चार दिन खाने से सर्दी खांसी जुकाम ठीक हो जाते है।
खट्टी डकार
आधा कप गर्म पानी में एक चम्मच अदरक का रस और चौथाई छोटा चम्मच काला नमक मिलाकर सुबह शाम कुछ दिन लेने से खट्टी या कड़वी डकार आनी बंद हो जाती है। खट्टी डकार एसिडिटी के कारण आती है।
आंव
सुबह खाली पेट रोजाना आधा कप पानी में दो चम्मच अदरक का रस मिलाकर पीने से मल के साथ आंव आनी बंद हो जाती है। पाचन की कमजोरी के कारण आंव बनती है। इसके बनने से कमर में दर्द , नींद नहीं आना या सिर दर्द होना आदि समस्याएं पैदा हो सकती है।
दस्त
बार-बार पानी जैसे पतले दस्त हो रहे हो तो आधा कप उबलते गर्म पानी में एक चम्मच Adrak का रस मिलाकर हर एक घंटे से पीयें। जितना हो सके उतना गर्म ही पीयें। इससे पतले दस्त रुकते है।
एक चम्मच पिसी हुई सोंठ की पानी के साथ फंकी लेने से भी इस तरह के दस्त ठीक होते है। यदि दूध पीने से दस्त लग जाते हो तो दूध में चौथाई चम्मच पिसी हुई सोंठ डालकर उबालें। फिर ठंडा करके पिएँ।