शकरकंद Shakarkand सब्जियों में अत्यधिक लाभदायक जमीकंद है। अंग्रेजी में इसे Sweet potato कहते है जिसका कारण इसका मीठा स्वाद है। यह स्टा...
शकरकंद Shakarkand सब्जियों में अत्यधिक लाभदायक जमीकंद है। अंग्रेजी में इसे Sweet potato कहते है जिसका कारण इसका मीठा स्वाद है। यह स्टार्च से भरपूर होता है। आइये जानें शकरकंद के फायदे।
यह आलू प्रजाति की दूर की रिश्ते वाली सब्जी है जो जमीन के अंदर जड़ के साथ आलू की तरह बनती है। इसका छिलका गुलाबी , मटमैला सफ़ेद या बैगनी रंग का होता है। छिलके के अन्दर इसका गूदा सफ़ेद , नारंगी या बैगनी रंग का हो सकता है। हमारे यहाँ अधिकतर गुलाबी और अन्दर वाला हिस्सा सफ़ेद रंग वाली शकर कंद मिलती है।
शकरकंद पूरे भारत वर्ष में उगाई जाती है। उड़ीसा , बिहार , उत्तर प्रदेश , मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में इसकी खेती ज्यादा होती है।
इसे कई तरह से खाया जा सकता है पर उबाल कर या भून कर खाना सबसे अच्छा होता है। शकर कंद के पत्ते की सब्जी भी कई जगह खाई जाती है। शकरकंद के पत्तों में बहुत से लाभदायक तत्व पाए जाते हैं।
शकरकंद के पोषक तत्व
Sweet Potato Nutrients
शकरकंद में प्रोटीन , कार्बोहाईड्रेट तथा कई खनिज तत्व और विटामिन पाए जाते है। इसमें पाया जाने वला कार्बोहाईड्रेट तुरंत शक्ति देता है। इसका प्रोटीन उच्च गुणवत्ता वाला होता है। शकरकंद की सबसे खास बात यह है कि इससे विटामिन A बहुत अधिक मात्रा में प्राप्त होता है।
शकर कंद में विटामिन C भी प्रचुर मात्रा में होता है। इसके अलावा यह विटामिन B6 , B5 , विटामिन E तथा पोटेशियम , मैगनीज , कॉपर , फास्फोरस , मैग्नीशियम , आयरन , कैल्शियम तथा अन्य कई एंटीओक्सिडेंट का अच्छा स्रोत है।
शकरकंद के फायदे
Sweet Potato Benefits
विटामिन A
शकर कंद से विटामिन A प्रचुर मात्रा में मिलता है जो आँखों के लिए , शारीरिक विकास के लिए तथा स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है जिससे कई प्रकार की छोटी मोटी तथा कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचाव होता है।
यदि छोटे बच्चों ( एक से पांच साल ) को रोजाना शकरकंद खिलाया जाये तो उनकी आँखें स्वस्थ रहेंगी तथा अन्य कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होंगे। हमारे देश में विटामिन A की कमी के कारण बहुत से छोटे बच्चे रतौंधी और अंधत्व की समस्या से ग्रस्त हो जाते हैं।
एंटीओक्सिडेंट ऐसे तत्व होते है जो डायबिटीज , ह्रदय रोग तथा कैंसर जैसी गंभीर से बचाते हैं तथा शरीर की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाये रखते हैं .
पाचन तंत्र
शकरकंद में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाले फाइबर , विटामिन तथा मैग्नीशियम आदि तत्व इसे पाचन तंत्र अनुकूल बनाते हैं। यह आसानी से पच भी जाता है। शकर कंद में वो सभी विटामिन और खनिज मौजूद हैं जो स्वस्थ त्वचा के लिए आवश्यक होते हैं।
यह बाहर की स्किन के लिए जितना लाभदायक है उतना ही अन्दर की पेट व आतों की सतह के लिए भी फायदेमंद है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन C , बीटा केरोटिन , पोटेशियम , कैल्शियम आदि तत्व पेट के अल्सर तक मिटाने की खूबी रखते हैं।
वजन बढ़ाने के लिए शकरकंद
शकर कंद अच्छी मात्रा में कार्बोहाईड्रेट तथा कई विटामिन व खनिज का स्रोत है साथ ही यह आसानी से पच भी जाता है। इसलिए दुबले पतले लोगों के लिए वजन बढ़ाने का यह अच्छा आहार साबित हो सकता है। बुखार के बाद की कमजोरी भी शकर कंद को भून कर खाने से दूर हो सकती है।
प्रतिरोधक क्षमता
शकरकंद खाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता सुधरती है तथा सर्दी जुकाम , फ्लू , वाइरल बुखार आदि परेशानियों से बचाव होता है। बीटा केरोटिन , विटामिन C , आयरन तथा फास्फोरस आदि तत्व शकरकंद को एक विशेष प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला आहार बनाते हैं।
जुकाम , कफ , अस्थमा
शकरकंद के उपयोग से जुकाम के कारण नाक और फेफड़ों में जमा हुआ कफ ठीक होता है तथा अस्थमा की परेशानी से बचाव होता है। सर्दी में इसका उपयोग जरुर करना चाहिए।
कैंसर
शकरकंद में विटामिन A तथा विटामिन C की प्रचुर मात्रा तथा अन्य लाभदायक तत्वों की उपस्थिति इसे कैंसर रोधी बनाते हैं। शकरकंद का उपयोग विशेषकर आतों , प्रोस्टेट , किडनी आदि अन्दर के अंगों का कैंसर होने की सम्भावना कम करता है।
डायबिटीज में शकर कंद
शकरकंद मीठा होते हुए भी डायबिटीज वाले लोगों के लिए फायदेमंद साबित होता है , यदि उचित मात्रा में खाया जाये क्योंकि इसमें केलोरी के साथ लाभदायक तत्व जैसे विटामिन A , C , पोटेशियम और फाइबर प्रचुर मात्रा में होते है। ये सभी डायबिटीज की समस्या में फायदा पहुंचाते है।
दुसरी चीजें जैसे आलू , चावल या मीठे फल की अपेक्षा यह शक्कर की मात्रा पर अधिक असर नहीं डालता। शकरकंद का GI इंडेक्स कम या मध्यम होता है और यह उसे पकाने की प्रक्रिया पर निर्भर करता है। अतः डायबिटीज में शकरकंद थोड़ी मात्रा में भून कर खा सकते हैं।
शकरकंद की लाभदायक चटपटी चाट
Shakarkand ki chat
सामग्री :
शकरकंद – आधा किलो ( भूनकर छिलका निकाल दें और चौकोर टुकड़े कर लें )
चाट मसाला , लाल मिर्च पाउडर , भुना पिसा जीरा , सेंधा नमक , नीबू का रस , कटी हुई हरी मिर्च –
सभी 1-1 चम्मच
विधि :
उपरोक्त सारी सामग्री एक बर्तन में डालकर अच्छे से मिला लें। यदि चाहें तो इसमें ककड़ी , टमाटर या सेब के टुकड़े भी मिला सकते है। ऊपर से कटा हुआ हरा धनिया डाल लें। स्वादिष्ट और लाभदायक शकरकंद की चाट तैयार है। इसे खायें और ख़िलाएँ और आनंद उठायें।