नौकरी को पाने का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव इंटरव्यू होता है। कंपनी किसी भी कर्मचारी को नौकरी देने से पहले इंटरव्यू दुारा उसकी क्षमता औऱ का...
नौकरी को पाने का सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव इंटरव्यू होता है। कंपनी किसी भी कर्मचारी को नौकरी देने से पहले इंटरव्यू दुारा उसकी क्षमता औऱ काबिलियत का पता लगा लेती है और उसकी काबिलियत केे आधार पर ही उसको नौकरी दी जाती है। लेकिन इन सब बातों के इलावा भी इंटरव्यू में कई चीजों पर ध्यान दिया जाता है ।
हम इंटरव्यू देते वक़्त छोटो-छोटी बातो पर ध्यान नहीं देते है. लेकिन ये छोटी-छोटी चीजे ही है जिससे आपका सिलेक्शन नहीं हो पाता। आइए जानते है इंटरव्यू के समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
कपडे फॉर्मल हो
जब भी आप इंटरव्यू देने जाये तो याद रखिये आपके कपडे फॉर्मल हो, अगर पुरुष है तो आपको ट्राउज़र और सिंपल शर्ट पहनकर जाना चाहिए और अगर कोई महिला इंटरव्यू के लिए जा रही है तो उन्हें उन्हें कॉटन की कुर्ती को पहनना चाहिए।
जूतों का विशेष ध्यान रखें
इंटरव्यू के लिए जाते वक़्त अपने जूतों का विशेष ध्यान रखें ।
दाढ़ी-मूंछे
पुरुष- अगर आपकी दाढ़ी-मूंछे है तो आप उन्हें ट्रिम करा ले या फिर क्लीन सेव कर ले। महिला - कभी भी इंटरव्यू देने जाये तो बाल बांधकर ही जाए, खुले बालो में इंटरव्यू ना दे।
डार्क चीज
ज्यादा डार्क चीजों का इस्तेमाल ना करें
मेकअप
कई लोगों को ऐसा लगता है कि इंटरव्यू के लिए वह जितना लाउड मेकअप करके जाएंगी, उनके सेलेक्ट होने की संभावना भी उतनी ही बढ़ जाएगी। ज्यादा जोरदार प्रिंट और रंग, चमकीले भड़कूले कपड़े, भारी गहने और मेकअप, इनसे इंटरव्यू के दौरान बचना चाहिए। अपने मेकअप को हल्का ही रखें और कपड़े भी जितना सिंपल हो उतना ही बेहतर होना चाहिए।
बॉडी लैंग्वेज पर ध्यान दें
हायरिंग मैनेजर्स कैंडिडेट की बॉडी लैंग्वेज जैसे उनके चेहरे के भाव और बैठने के अंदाज को देखकर उनके बारे में राय बनाते हैं। 'पॉजिटिव, ओपन पोजिशन बनाए रखें। पॉस्चर अहम है, कैंडिडेट को इंटरव्यूअर के साथ इस तरह की पोजिशन में बैठना चाहिए जिससे फ्रेंडली लगे।'
सवाल करें
ऑफर सुनने में अजीब लगता है कि क्या कोई इंटरव्यू देने वाला खुद पूरे इंटरव्यू की दिशा तय कर सकता है।
मनोवैज्ञानिक मानते हैं कि ये हो सकता है और कई बार जाने अनजाने ये तरीका लोगों के इंटरव्यू की नतीजा तय कर देता है। इंटरव्यू में अक्सर एक सवाल के जवाब से दूसरा सवाल निकलता है। वहीं इंटरव्यू के दौरान बातचीत की दिशा बदलने के लिए भी इंटरव्यू लेने वाले एक्सपर्ट आपके जवाब से नए सब्जेक्ट के संकेत तलाशते हैं। एक माहिर पैनल की यही खासियत होती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये बात आपके लिए प्लस प्वाइंट और माइनस प्वाइंट दोनो ही हो सकती है। अगर आप अपने जवाब में किसी खास बात का जिक्र करते हैं और पैनल के पूछने पर उसे समझा नहीं सकते तो आपके लिए प्रॉब्लम हैं। क्या करें आप अपने सबसे स्ट्रॉन्ग सब्जेक्ट को ध्यान में रखें, किसी भी सवाल का जवाब देते वक्त अपने फेवरेट सब्जेक्ट को जवाब के साथ लिंक करने की कोशिश करें। ऑफर किया जा रहा सब्जेक्ट न तो इतना मुश्किल हो कि सवाल पूछने वाला सवाल ही न पूछ सके। और न ही जॉब से इतना अलग हो कि वो पूछना ही न चाहे। जिस सब्जेक्ट के बारे में नहीं जानते भले ही वो कितना आकर्षक क्यों न हो उससे दूर रहें। आप अपनी हॉबी को भी मौका मिलने पर किसी जवाब के साथ लिंक कर सकते हैं, जिससे इस बात की संभावना हो कि अगला सवाल आपकी उसी हॉबी से जुडा सामने आ जाए।
कलर का सहारा लें
कैरियर बिल्डर द्वारा जारी किए एक सर्वे के मुताबिक आप जिस कलर के कपड़े पहन कर इंटरव्यू देने जा रहे हैं उससे पता चलता है कि आप उस जॉब के लिए कितना सूट करते हैं।सर्वे में शामिल 23 फीसदी एचआर मैनेजर ने माना कि ब्लू रंग को वो टीम वर्क मानते हैं। वहीं 25 फीसदी मानते हैं कि ऑरेंज पहनना अनप्रोफेशनल है। आप जॉब में जिस तरह की जरूरत हो उस हिसाब के कपड़े पहन कर जा सकते हैं।
क्या है रंगों का अर्थ
ग्रे- लॉजिकल, एनालिटिकल
व्हाइट- ऑर्गेनाइज्ड
ब्राउन- दूसरों पर डिपेंडेंट
रेड- पावर
जबाव इंटरव्यू लेने वाले की उम्र के हिसाब से दें
किसी भी सवाल का एक ही जवाब होता है हालांकि उसे देने के तरीके अलग अलग होते हैं। बिजनेस इनसाइडर के मुताबिक उम्र के हिसाब से आप एक खास तरीके से जवाब की उम्मीद करते हैं। ये ट्रिक क्रेजी गुड इंटरव्यूइंग नाम की किताब से लिए गए हैं।
इंटरव्यू लेने वाले की उम्र और जवाब का तरीका
अगर इंटरव्यू लेने वाला 20 से 30 साल का है। अपने काम और अचीवमेंट के सैंपल पेश करें। साबित करें कि आप मल्टीटास्किंग हैं। अगर इंटरव्यू लेने वाला 30 से 50 साल का है जवाब में अपनी क्रिएटिवटी पेश करें और बताएं कि काम और आपकी जिंदगी में बैलेंस ने कैसे आपको सफल बनाया है। यानि ये जताने की कोशिश न करें कि आप 24 घंटे बिना शिकायत काम कर सकते हैं कि क्योंकि इस उम्र का जॉब देने वाला भी जानता है कि न तो ये संभव नहीं है और न ही ये सही है। अगर इंटरव्यू लेने वाला 50 से 70 साल का है जो भी लोग इस समय इस उम्र वर्ग में हैं उनके लिए मेहनत और सम्मान काफी अहम है। आपके जवाब में मेहनत और दूसरों के लिए सम्मान जरूरी है। सीधे शब्दों में अगर इंटरव्यू लेने वाले की बात काटनी हो तो संभल कर आलोचना करें। जवाब सीमित और नपे तुले हों।
कमीलीअन इफेक्ट
कमेलियन इफेक्ट एक साइकोलॉजिकल कंडीशन है जहां आप ऐसे लोगों को पसंद करते हों जो आपकी तरह की बॉडी लैंग्वेज यूज करते हैं। बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट पैटी वुड के मुताबिक ये ऐसा ही जैसे सामने वाले के साथ डांस करना। बेसिक पॉजिटिव बॉडी लैंग्वेज से शुरू करें और इंटरव्यू देने वाले की बॉडी लैंग्वेज को फॉलो करें। हालांकि उसे फॉलो करने में अपनी सीमा न छोड़ें। अगर बातचीत ज्यादा चलती है तो एक जैसी बॉडी लैंग्वेज माहौल को दोस्ताना बना सकती है।
सवाल को दोहराएं
कैरियर बिल्डर द्वारा जारी किए एक सर्वे के मुताबिक आप जिस कलर के कपड़े पहन कर इंटरव्यू देने जा रहे हैं उससे पता चलता है कि आप उस जॉब के लिए कितना सूट करते हैं।सर्वे में शामिल 23 फीसदी एचआर मैनेजर ने माना कि ब्लू रंग को वो टीम वर्क मानते हैं। वहीं 25 फीसदी मानते हैं कि ऑरेंज पहनना अनप्रोफेशनल है। आप जॉब में जिस तरह की जरूरत हो उस हिसाब के कपड़े पहन कर जा सकते हैं।
क्या है रंगों का अर्थ
ग्रे- लॉजिकल, एनालिटिकल
व्हाइट- ऑर्गेनाइज्ड
ब्राउन- दूसरों पर डिपेंडेंट
रेड- पावर
जबाव इंटरव्यू लेने वाले की उम्र के हिसाब से दें
किसी भी सवाल का एक ही जवाब होता है हालांकि उसे देने के तरीके अलग अलग होते हैं। बिजनेस इनसाइडर के मुताबिक उम्र के हिसाब से आप एक खास तरीके से जवाब की उम्मीद करते हैं। ये ट्रिक क्रेजी गुड इंटरव्यूइंग नाम की किताब से लिए गए हैं।
इंटरव्यू लेने वाले की उम्र और जवाब का तरीका
अगर इंटरव्यू लेने वाला 20 से 30 साल का है। अपने काम और अचीवमेंट के सैंपल पेश करें। साबित करें कि आप मल्टीटास्किंग हैं। अगर इंटरव्यू लेने वाला 30 से 50 साल का है जवाब में अपनी क्रिएटिवटी पेश करें और बताएं कि काम और आपकी जिंदगी में बैलेंस ने कैसे आपको सफल बनाया है। यानि ये जताने की कोशिश न करें कि आप 24 घंटे बिना शिकायत काम कर सकते हैं कि क्योंकि इस उम्र का जॉब देने वाला भी जानता है कि न तो ये संभव नहीं है और न ही ये सही है। अगर इंटरव्यू लेने वाला 50 से 70 साल का है जो भी लोग इस समय इस उम्र वर्ग में हैं उनके लिए मेहनत और सम्मान काफी अहम है। आपके जवाब में मेहनत और दूसरों के लिए सम्मान जरूरी है। सीधे शब्दों में अगर इंटरव्यू लेने वाले की बात काटनी हो तो संभल कर आलोचना करें। जवाब सीमित और नपे तुले हों।
कमीलीअन इफेक्ट
कमेलियन इफेक्ट एक साइकोलॉजिकल कंडीशन है जहां आप ऐसे लोगों को पसंद करते हों जो आपकी तरह की बॉडी लैंग्वेज यूज करते हैं। बॉडी लैंग्वेज एक्सपर्ट पैटी वुड के मुताबिक ये ऐसा ही जैसे सामने वाले के साथ डांस करना। बेसिक पॉजिटिव बॉडी लैंग्वेज से शुरू करें और इंटरव्यू देने वाले की बॉडी लैंग्वेज को फॉलो करें। हालांकि उसे फॉलो करने में अपनी सीमा न छोड़ें। अगर बातचीत ज्यादा चलती है तो एक जैसी बॉडी लैंग्वेज माहौल को दोस्ताना बना सकती है।
सवाल को दोहराएं
इस तरीके को रिफ्लेक्टिव लिसनिंग कहते हैं। जिसमें आप सवाल को इस तरह से दोहराते हैं जिससे सामने ये संकेत जाएं कि आप सुन रहे हैं और सही जवाब देंगे। दरअसल इंटरव्यू के दौरान अगर ये पता चल जाए कि आप किसी वजह से सवाल सुन या समझ ही नहीं रहे हैं तो फिर खेल खत्म । हालांकि ये तरीका भी ऐसा होना चाहिए कि वास्तव में लगे कि आप सवालों को लेकर गंभीर हैं। ये ट्रिक भी सभी सवालों के साथ नहीं होनी चाहिए सिर्फ उन सवालों के साथ होनी चाहिए जो आपके मुताबिक सबसे मुश्किल और सबसे नाजुक हैं।
सभी एक्सपर्ट्स मानते हैं कि साइकोलॉजिकल ट्रिक्स तभी असर करती हैं जब वो नैचुरली सामने आएं, जबरदस्ती की गई ऐसी ट्रिक्स ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं। वहीं नैचुरल रहना सबसे कारगर साइकोलॉजिकल ट्रिक है, इससे साफ होता है कि आप किसी के साथ माइंड गेम में नहीं है और सामने वाला आप पर विश्वास करता है। कॉन्फिडेंस जॉब को पाने में जितना कारगर होता है ओवरकॉन्फिडेंस उतना ही जॉब के मौके खत्म करता है। आपको इनके बीच का अंतर पता होना चाहिए।
सभी एक्सपर्ट्स मानते हैं कि साइकोलॉजिकल ट्रिक्स तभी असर करती हैं जब वो नैचुरली सामने आएं, जबरदस्ती की गई ऐसी ट्रिक्स ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं। वहीं नैचुरल रहना सबसे कारगर साइकोलॉजिकल ट्रिक है, इससे साफ होता है कि आप किसी के साथ माइंड गेम में नहीं है और सामने वाला आप पर विश्वास करता है। कॉन्फिडेंस जॉब को पाने में जितना कारगर होता है ओवरकॉन्फिडेंस उतना ही जॉब के मौके खत्म करता है। आपको इनके बीच का अंतर पता होना चाहिए।
आपने किसी कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई किया, इंटरव्यू दिया और घर बैठ गए। इस तरह से आपको नौकरी मिल ही जाएगी, जरूरी नहीं है। इंटरव्यू के बाद आपको खास करना होगा। जानते हैं इनके बारे में-
संपर्क में रहें
ऐसा नहीं है कि फेस टू फेस इंटरव्यू एक छोटी प्रक्रिया है। इसके बाद कंपनी काफी विचार करती है और सर्वश्रेष्ठ कैंडिटेट का चुनाव करती है। ऐसे में इंटरव्यूअर और कंपनी के संपर्क में रहना चाहिए। इंटरव्यू देने के बाद आपको थैंक्स का ईमेल जरूर करना चाहिए। इससे कंपनी में आपकी पहचान तय हो जाती है और आपके चयनित होने के चांस काफी बढ़ जाते हैं।
पता करें, क्या हुआ?
अगर इंटरव्यू देने के कुछ दिनों बाद तक आपके पास कोई जवाब नहीं आता है, तो आपको टेंशन हो सकती है। ऐसे में कंपनी में फोन कर संपर्क जरूर करें। फोन पर अपनी बात संक्षेप में कहें और पता लगाने की कोशिश करें कि आपका स्टेटस क्या है। इससे बाद अगले चरण के बारे में विचार करें।
किससे करें संपर्क?
कई बार आपके इंटरव्यू पैनल में कई लोग शामिल होते हैं। आप यह तय नहीं कर पाते कि किससे संपर्क किया जाए। गलत व्यक्ति से संपर्क करने पर आपको सही जानकारी नहीं मिल सकती। ऐसे समय पर आपको एचआर से कॉन्टैक्ट करना चाहिए। वहीं से आपको सही और पूरी जानकारी मिल सकती है। आपको इस जानकारी का सही तरह से इस्तेमाल करना चाहिए।
नौकरी में फायदा
जब आप कंपनी में अपने स्टेटस के बारे में जानकारी लेने के लिए संपर्क करते हैं, तो सबसे पहले इंटरव्यू के लिए थैंक्स कहें। फिर मौखिक रूप से अपने अनुभव और नौकरी की जरूरतों को भी बता दें। इससे एचआर विभाग में आपकी छवि और अधिक स्पष्ट हो जाएगी और नौकरी पाने में आपको फायदा मिलेगा। इस दौरान आपको सबके प्रति विनम्र बने रहना चाहिए।
सबक जीवन में उतारें
इंटरव्यू देने के बाद न तो ज्यादा आशावादी बनें और न ही निराशा में डूब जाएं। इसकी बजाय आप अगले इंटरव्यू की तैयारी में लग जाएं। पिछले इंटरव्यू के दौरान मिले सबकों को जीवन में उतारें। उनसे सीखकर आगे बढऩे की कोशिश करें। सीखने की प्रक्रिया जारी रखें।