बच्चे का अंगूठा चूसना Thumb Sucking बच्चे के बड़े होने पर बहुत अजीब लगता है। अंगूठा चूसना , अंगुली मुंह में डालना नन्हे शिशु करें तो ठी...
बच्चे का अंगूठा चूसना Thumb Sucking बच्चे के बड़े होने पर बहुत अजीब लगता है। अंगूठा चूसना , अंगुली मुंह में डालना नन्हे शिशु करें तो ठीक लेकिन बड़े बच्चे अंगूठा चूसे तो इसे छुड़वाना चाहिये।
जब नन्हे शिशु को किसी प्रकार की परेशानी होती है तो उसे समझ नहीं आता वह क्या करे। उसके मुंह में अंगुली या अंगूठा आने पर वह उसे चूसने लगता है। इससे उसे आराम और शांति का अहसास होता है , उसका तनाव दूर होता है और वह सुरक्षित महसूस करता है । इससे उसे सोने में भी मदद मिलती है।
शुरू के कुछ महीनो में शिशु की अंगुली या अंगूठा मुंह में रखने से उसे इसकी आदत हो जाती है। यह आदत बच्चे के बड़े होने पर भी नहीं छूटती तो यह समस्या बन जाती है।
कुछ महीने की उम्र में अंगूठा या अंगुली मुंह में रखना बच्चे के लिए नुकसानदायक नहीं होता है। इससे दांतों को या बोलने की क्षमता आदि पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। लेकिन जब बच्चा स्कूल जाने की उम्र का होने पर भी अंगूठा चूसता हो यह नुकसानदेह हो सकता है।
इसके अलावा यह अटपटा लगता है तथा माता पिता को शर्मिंदगी का अहसास भी कराता है। माता पिता को चिंता सताने लगती है कि यह आदत कब तक रहेगी और समझ नहीं आता कि कब उसे मुंह में अंगुली या अंगूठा लेना बंद कर देना चाहिए।
बच्चे का अंगूठा चूसना कब बंद होता है
bachche angutha chusna kab chhodte hai
अधिकतर बच्चों का 2 साल से 4 साल तक की उम्र में , जब समझ आने लगती है तो मुंह में अंगूठा लेना कम हो जाता है। उसे अपनी परेशानी या तनाव दूर करने के दूसरे उपाय मिल जाते हैं। वह अपनी बात बोलकर या इशारे से समझाकर बता देता है।
इस तरह उसे अंगूठा मुंह में लेने की जरुरत नहीं होती। धीरे धीरे यह आदत अपने आप छूट जाती है। लेकिन कुछ बच्चों के लिए अंगूठा चूसने की आदत छोड़ना मुश्किल होता है। उन्हें इसी से शांति मिलती है।
ज्यादा समय तक यह आदत रहने पर इसे छुड़वाने के विशेष प्रयास करने पड़ते हैं। यह आदत मुँह के विकास में बाधा उत्पन्न कर सकती है अतः इसे छुड़वाना जरुरी हो जाता है।
अंगूठा चूसने से बच्चे को क्या नुकसान होता है
angutha chusne ke nuksan
पहले ऐसा समझा जाता था कि स्थायी दांत आने तक बच्चे के अंगूठा चूसने से कोई नुकसान नहीं होता लेकिन अब रिसर्च से यह पता लगा है कि इसके नुकसान कम उम्र में भी हो सकते हैं।
अंगूठा चूसने के कारण ऊपर वाले जबड़े पर दबाव पड़ता है जिससे वह सिकुड़ जाता है। इस वजह से नीचे के दांत ऊपर के दांतों से सही ढंग से मिल नहीं पाते। इससे परेशानी होने लगती है।
इसके अलावा इससे बोलने में दिक्कत का सामना भी करना पड़ सकता है।
अंगूठा मुंह में लेने से गन्दगी मुंह में जा सकती है जो कई प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकती है।
अतः अंगूठा चूसने की आदत जितना हो सके जल्दी छुड़वा देना ठीक होता है।
बच्चे का अंगूठा चूसना कैसे छुड़वाएं।
angutha chusana kaise chhudvaye
बच्चा असल में जब भी तनाव ग्रस्त होता है , उसे कोई परेशानी होती है या उसका मन नहीं बहल रहा है तो वह अंगूठा चूसने लगता है। इसे ध्यान में रखते हुए यह आदत छुड़वाने की कोशिश करनी चाहिए।
जब भी बच्चा मुंह में अंगूठा डाले तो डांटने या फटकारने से एक बार मुंह से अंगूठा भले ही निकाल दे , लेकिन आदत नहीं छूटती है। यह आदत तभी छूटती है जब बच्चा समझे और खुद अंगूठा मुंह में नहीं डाले।
इसके लिए दूसरे उपाय करने की जरुरत होती है। बच्चे का अंगूठा चूसना छुड़वाने के उपाय इस प्रकार हैं :
— यह आदत धीरे धीरे छूटती है , बच्चे को शुरु में घर से बाहर जाने पर अंगूठा मुंह में लेने के लिए रोकें। घर में अंगूठा चूसने की आजादी दे सकते है । जब वह अपनी आदत पर कंट्रोल करना सीख जाये तब घर पर भी इस आदत को छुड़वा दें।
— उसे डांट फटकार कर सुधारने की बजाय समझायें। उसकी परेशानी या बोरियत आदि को समझ कर दूर करने का प्रयास करें। जब वह अंगूठा मुंह में ना ले तब उसकी तारीफ भी करें।
— उसका साथ दें। उसे विश्वास दिलायें कि किसी भी तरह की परेशानी में आप उसकी मदद करने के लिए उसके साथ हैं। यदि वह अंगूठा मुंह में लेना छोड़ना चाहे तो इसमें भी आप उसकी मदद करने का भरोसा दिलायें। इससे उसका आत्म विश्वास बढ़ेगा।
— बच्चे अनजाने में ही अंगूठा मुंह में ले लेते हैं। जब वह अंगूठा मुंह में ले तो उसे किसी दूसरे तरीके से आराम महसूस कराने की कोशिश करें।
— अंगूठे पर कड़वी चीजें ना लगाएं। यह बच्चे के साथ अत्याचार होगा अतः यह उचित नहीं होता है।
— अपने बच्चे की पसंद नापसंद आदि जानकर उसे प्रोत्साहित करने की कोशिश करें जैसे यदि वह किसी कार्टून कैरेक्टर को पसंद करता है तो उसे बताएं कि उसका पसंदीदा कार्टून अंगूठा मुंह में नहीं लेता है तो उसे भी नहीं लेना चाहिए ।
उसे बताया जा सकता है कि बड़े होने ये बहुत गन्दा लगेगा और अंगूठा मुंह में लेना बंद तो करना ही पड़ेगा तो अभी से कोशिश शुरू कर देनी चाहिए।
— अंगूठे पर पट्टी आदि ना बांधें इससे उसकी परेशानी बढ़ेगी। प्यार से समझाने से अधिक लाभ होगा।
— माता पिता को धैर्य रखना चाहिए और लगातार कोशिश करनी चाहिए। यह जान लें कि बच्चा जब समझ जायेगा की अंगूठा मुंह में लेना गलत है तो वह खुद कोशिश करके एक दिन इसे जरूर छोड़ देगा।