सरल पौष्टिक नाश्ते Saral paushtik nashte बनाकर उपयोग में लेकर अपनी ऊर्जा तथा प्रतिरोधक क्षमता बधाई जा सकती है। आइये जानते है इन्हे बन...
सरल पौष्टिक नाश्ते Saral paushtik nashte बनाकर उपयोग में लेकर अपनी ऊर्जा तथा प्रतिरोधक क्षमता बधाई जा सकती है। आइये जानते है इन्हे बनाने की विधि।
पौष्टिक मिक्स आटा बर्फी ( महिलाओं के लिए ) – Nashta For Ladies
महिलाएँ पूरे परिवार के लिए नित्य नए व्यंजन बनाती है और बड़े प्यार से सभी को खिलाती है। जब तक घर के पूरे सदस्य खाना नहीं खा लेते तब तक इन्हे भोजन करने में आनंद नहीं आता। इस वजह से बहुत समय तक महिलाओं का पेट खाली रहता है। जिसकी वजह से स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
खाली पेट एसीडिटी बनती है। थकान महसूस होती है। सुबह यदि एक पौष्टिक नाश्ता हो जाए तो दिन भर ऊर्जा बनी रह सकती है। क्लीक करके पढ़े नाश्ता क्यों जरुरी होता है। बनाइये अपने लिए ये सरल पौष्टिक नाश्ता जो आपको भरपूर स्वास्थ्य लाभ देगा।
नाश्ते की सामग्री :
उड़द का आटा – 250 ग्राम
गेँहू का आटा – 250 ग्राम
जौ का आटा – 250 ग्राम
चावल का आटा – 250 ग्राम
शतावर – 30 ग्राम
मुलहठी – 30 ग्राम
सफेद मूसली – 50 ग्राम
धावड़े का गोंद – 100 ग्राम
देसी घी – 500 ग्राम
शक्कर – 1 किलो
सूखे मेवे – अपनी पसंद से
नाश्ता बनाने की विधि :
चारों आटे घी में अच्छे से सेक लें। गोंद को घी में तल कर फुला लें और पीस लें। शतावर , सफ़ेद मूसली और मुलहठी को बारीक पीस लें।
अब इन सबको अच्छे से मिला दें। शक्कर की एक तार की चाशनी बना लें। अब उपरोक्त मिश्रण चाशनी में डालकर अच्छे से मिक्स कर दें।
एक थाली में आधा चम्मच घी फैला लें। तैयार मिश्रण इस थाली में फैलाकर ऊपर सूखे मेवे फैला दें। थोड़ा ठंडा होने पर चाकू से चोकोर आकार में कट लगा लें। जब पूरा ठंडा हो जाए तब चोकोर बर्फी निकाल कर किसी ढक्कन वाले पात्र में रख लें।
इस बर्फी को सुबह नाश्ते में दूध के साथ या अकेले ही खाया जा सकता है। जितना आसानी से खाया जा सके उतना भूख और रूचि के अनुसार खा सकते है। अच्छे से चबा चबा कर खाना चाहिए । इसका दोहरा लाभ होगा एक तो खाली पेट नहीं रहना पड़ेगा दूसरे पौष्टिकता और स्वास्थ्य प्रदान करेगा। ये सरल पौष्टिक नाश्ता शाम के समय भी खाया जा सकता है ।
यह नाश्ता पुरुषों के लिए भी बहुत लाभदायक है।
दिमागी ताकत व स्मरण शक्ति ( विशेषकर विद्यार्थी ) के लिए
Nashta For Students
यह नाश्ता बनाना बहुत ही आसान है। शरीर के लिए पौष्टिक तो है ही साथ में दिमागी शक्ति और तरावट के लिए भी बहुत ही लाभकारी है इसलिए पढ़ने वाले नवयुवक छात्र व छात्राओं के लिए बहुत ही गुणकारी है। इसके नियमित उपयोग से हीमोग्लोबिन या खून की कमी दूर होती है , थकान नहीं होती व चेहरे पर चमक बनी रहती है।
नाश्ते की सामग्री :
बबूल का गोंद — 250 ग्राम
घी — तलने के लिए
मिश्री — 250 ग्राम
मुनक्का — 150 ग्राम
बादाम गिरी छिली हुई — 100 ग्राम
नाश्ता बनाने की विधि :
बबूल का गोंद धूप में सूखा ले ताकि गोंद की नमी खत्म हो जाए। अब गोंद को घी में डीप फ्राई करके फूले निकाल लें व ठंडा होने पर बारीक़ पीस ले। इसकी बराबर मात्रा में पिसी मिश्री मिला दे।
मुनक्का के बीज निकल ले। बीज निकली मुनक्का और बादाम की छिली हुई गिरी दोनों को इमामदस्ते में कूट पीस कर मिला ले। अब इसमें पिसी गोंद व मिश्री मिलाकर रख ले। इस मिश्रण में से रोज दो बड़े चम्मच यानि 20 -25 ग्राम मात्रा में खूब चबा चबा कर खाए साथ में एक गिलास मीठा दूध घूंट घूंट करके पिए। इसके बाद जब अच्छी भूख लगे तभी खाना खाये।