चमड़े के जूते चप्पल Leather Shoes का उपयोग सदियों से होता आ रहा है। किसी भी ड्रेस का सम्पूर्ण लुक तभी आता है जब ड्रेस के साथ उपयुक्त फु...
चमड़े के जूते चप्पल Leather Shoes का उपयोग सदियों से होता आ रहा है। किसी भी ड्रेस का सम्पूर्ण लुक तभी आता है जब ड्रेस के साथ उपयुक्त फुटवेयर पहना हो। चमड़े के जूते और Leather Footware हमेशा से व्यक्तित्व को निखारने में अपनी भूमिका अदा करते रहे हैं।
चमड़े के फुटवेयर तभी अपना प्रभाव छोड़ते है जब इनकी देखभाल सही ढंग से की गई हो। पोलिश किये हुए हों , शेप सही हो और कटे फटे नहीं हों। लेदर के जूते महंगे होते है। ये जूते पहनने से स्टेंडर्ड झलकता है। इसलिए इनकी विशेष देखभाल करना जरुरी होती है।
लेदर फुटवेयर की देखभाल करने सम्बन्धित कुछ जरुरी बातें इस प्रकार है :
चमड़े के जूते चप्पल की देखभाल – Leaher Footware Care
जूते चप्पल कहाँ और कैसे रखें – How to keep Footware
जूते चप्पल ऐसी जगह रखने चाहिए जहाँ ये धूल मिट्टी , नमी आदि से बचे रहें और सूरज की रौशनी इनके ऊपर सीधी नहीं गिरे। शु रेक Shoe Reck दरवाजे वाली होनी चाहिए ताकि फुट वेयर धूल मिट्टी से बचे रहें। नए पार्टी वेयर और डेली वेयर के जूते चप्पल अलग रखने चाहिए। जूतों में सिलिका जैल पाउच डाल कर रखें।
नया फुटवेयर जिस बॉक्स में लेकर आप घर आएं है वह बॉक्स भी इन्हें रखने के लिए बहुत उपयुक्त होता है। इसमें धुल मिट्टी से बचाव भी होता है और शेप बिगड़ने से भी बचता है। जूतों को हवा भी मिलती रहती है। जिससे फफूंद आदि नहीं लगती।
यदि जूतों को लकड़ी के खुले शु रेक पर रखते है तो इन पर कपड़ा या कागज ढक देना चाहिए। ताकि नमी और धूल मिट्टी से ये ख़राब ना हों।
यदि आप बाहर से आये हैं तो जूते उतार कर वार्डरोब या शू रैक में तुरंत अंदर नहीं रखने चाहिए। क्योंकि इससे अंदर की नमी सूख नहीं पाती। इससे जूते ख़राब हो सकते हैं । लेस को खोल कर जूते की टंग बाहर निकाल लें।
इन्हें लगभग घण्टे भर इसी तरह बाहर ही रहने दें और सूखने दें फिर शु रेक में रखें ताकि जूते के अंदर से नमी निकल जाये। जूते के अंदर रखे जाने वाले इनसोल को बदलते रहना चाहिए। इनसोल नहीं बदलने से अंदर से जूते ख़राब हो सकते है।
जूते का शेप
जूते का शेप ख़राब होने से उनका लुक बिगड़ जाता है। इसलिए शेप ख़राब होने से बचाना जरुरी होता है। इसके लिए महंगे जूते में शू ट्री डाल कर रखने चाहिए। शु ट्री पैर के पंजे जैसे शेप के होने के कारण जूते का शेप बिगड़ने से बचाते हैं।
साथ ही ये जूते में मौजूद नमी को भी सोख लेते है। यदि शु ट्री न हो तो जूते में पुराने अख़बार दबा कर भर देना चाहिए इससे भी शेप ख़राब होने से बच जाता है और नमी भी दूर हो जाती है।
पॉलिश
चमड़े के जूते की सबसे पहली जरुरत उसकी पोलिश होती है जो सही क्वालिटी की होनी चाहिए तथा समय से हो जानी चाहिए। सप्ताह में दो तीन बार पोलिश कर लेनी चाहिए।
चमड़े के जूतों पर पोलिश करते रहने से ये नए जैसे बने रहते है। पोलिश करने से पहले जूतों को साफ कपड़े से पोंछ लेना चाहिए ताकि धूल मिट्टी हट जाये उसके बाद ही पोलिश करनी चाहिए।
पोलिश करने के लिए हमेशा वेक्स बेस्ड पोलिश का ही इस्तेमाल करना चाहिए न कि लिक्विड बेस्ड। लिक्विड बेस्ड पोलिश से चमड़े के जूतों का लुक चला जाता है तथा जूतों को नुकसान भी पहुँचता है। लेदर के जूते , बेली या चप्पल की पोलिश से सम्बंधित अन्य बातें :
— लेदर फुटवियर पर पोलिश करने से पहले रुई से नींबू का रस लगा कर सूखा ले फिर पोलिश करें । इस तरह पोलिश करने से जूते चप्पल में ज्यादा चमक आती है।
— रुई की मदद से सिरका लगाकर थोड़ी देर बाद पोलिश करने से फुटवेयर शाइन करने लगते हैं।
— छोटे बच्चों के फुटवेयर जल्दी ही खराब हो जाते हैं और पुराने लगने लगते हैं । ऐसे में कद्दूकस किया हुए कच्चा आलू फुटवेयर पर घिस लें। सूखने के बाद पोलिश करे। फुटवेयर वापस नए जैसे हो जायेंगे।
— जूते चप्पल को साफ करके बेबी आयल लगाकर रखें व बाद में पोलिश करे शूज सॉफ्ट व चमकदार बने रहेंगे। बेबी आयल एक तरह से शू कंडीशनर का काम करता है।
— केले के छिलके के अंदर वाला सफेद भाग जूते पर घिसें। सूखने के बाद कपड़े से अच्छी तरह से रगड़कर साफ करें। जूतों में चमक आ जाएगी।
— पोलिश करते समय डिस्पोज़ेबल ग्लव्ज़ हाथ में पहन लेने से हाथ गन्दे नही होंगे।
बारिश में लेदर शूज़
पानी और नमी चमड़े के जूतों को बहुत नुकसान पहुंचाते हैं। इसलिए बारिश के मौसम में चमड़े के जूते चप्पलों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
महंगे चमड़े के फुटवेयर को इस मौसम में ना ही पहनें तो ठीक है। या कम से कम उन जगह जाने पर ना पहने जहाँ कीचड़ या पानी में चलना पड़े।
फिर भी यदि फुटवेयर गीले हो जायें तो घर आने पर तुरंत मिट्टी आदि ब्रश की मदद से साफ कर दें। इसके बाद टिशू पेपर या अख़बार की मदद से पोंछ कर पंखे की हवा में सूखने के लिए रख दें।
हेयर ड्रायर या हीटर आदि का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे फुटवेयर में दरारें पड़ सकती है या ये फट सकते हैं । बारिश के मौसम में जूतों के तलो पर थोड़ा मोम व अलसी का तेल मिलाकर लगाने से थोड़ा बहुत पानी में चलने से ख़राब नहीं होते।
मोज़े – Socks
जूतों के साथ मोज़े जरूर पहनें। इससे ग्रिप सही रहती है और चलने में परेशानी नहीं होती। इसके अलावा सही प्रकार के मोज़े आपके पैरों के लिए तो जरुरी है ही लेकिन यह जूतों के लिए भी जरुरी है।
इसके लिए कॉटन सॉक्स यूज़ करने चाहिए जो पसीना सोख लेते है। इससे पैरों और जूतों में संक्रमण से बचाव होता है। पैरों में बदबू नहीं आती और जूते जल्दी खराब नहीं होते।
शु लेस
जूते में शू लेस सिर्फ डिज़ाइन के लिए नहीं होती बल्कि जूते पहनने और उतारने में सुविधा के लिए होती है। फिर भी कुछ लोग बिना शु लेस खोले जूते उतार भी देते है और पहन भी लेते है। लेकिन इससे जूते बहुत जल्दी ख़राब हो जाते है और कट फट जाते हैं। अतः पहनते समय और उतारते समय शु लेस जरूर खोलें। इससे जूतों में हवा भी सही तरीके से लग पाती है और नमी कम होती है।
नया जूता या चप्पल काटे तो क्या करें
— नया जूता या बेली पहनने पर कभी कभी छाला हो जाता है जो दर्द करता है। इसके लिए छाले पर ग्लिसरीन या वेसलीन में भिगी रुई रखकर पहनने से समस्या का काफी हद तक समाधान हो जाता हैं।
— नए जूते काटने पर जामुन की गुठली पानी में घिस कर लेप लगायें। इससे काफी राहत मिलती है।
— यदि जूते काटते है तो वहाँ स्पंज का टुकड़ा या रुई लगा कर पहने।
— जूते कड़क हो और जूते से छिल जाता हो तो जिस जगह जूता कड़क हो वहाँ गीला साबुन को घिस दे। इससे वह फुटवेयर पहना जा सकेगा।
जूते चप्पल कड़क हो जाएँ तो क्या करें
— जूते चप्पल कुछ समय के रखने बाद सूख कर कड़क हो जाते है। ऐसे फुटवीयर पर कुछ बूंदे जैतून का डालकर पोलिश करने से फुटवेयर सॉफ्ट व चमकदार हो जाते है।
— जूतों पर कभी कभी कॉटन से ग्लिसरीन लगा देने से शूज़ सॉफ्ट रहेंगे और अधिक समय तक नए बने रहेंगे।
— यदि जुते चप्पल के चमड़े में क्रेक आने लगे तो दो तीन बार अरण्डी का तेल लगाने से क्रेक नहीं आएगा।
जूते या बेली से बदबू आने पर क्या करें
— शूज में से पसीने की बदबू हटाने के लिए टैलकम पाउडर व बेकिंग सोडा बराबर मात्रा में मिला ले व जूतों के अंदर डालकर कुछ देर के लिए छोड़ दे। कुछ घण्टे बाद फुटवेयर से इन्हें निकाल दें। जूते से बदबू दूर हो जाएगी।
जूते फर्श पर फिसलते हों तो क्या करें
— नए जूते के कारण फर्श पर चलने से फिसलते हों और चलना मुश्किल होता हो तो जूते का सोल नीचे से रेगमाल से हल्का सा धिस लें। फिसलन ख़त्म हो जाएगी और चिकने फर्श पर भी चलने में कोई परेशानी नहीं होगी।
शू पोलिश सूख कर कड़क होने पर क्या करें
— यदि शू पोलिश सूख कर टुकड़े टुकड़े हो गई हो तो पोलिश की डिब्बी को कुछ देर धूप में रख दें। इसमें थोड़ा तारपीन का तेल डालकर मिला दें। पोलिश वापस काम में लेने लायक हो जाएगी।